गुरदासपुर। कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने गुरदासपुर उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज की है. जाखड़ ने बीजेपी के गढ़ में करीब दो लाख वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की. जाखड़ को चार लाख 99 हजार 752 मत मिले जबकि बीजेपी उम्मीदवार स्वर्ण सलारिया को तीन लाख 06 हजार 533 वोट मिले. जाखड़ ने एक लाख 93 हजार 219 मतों के अंतर से सलारिया को हराया. जाखड़ की जबरदस्त जीत के बाद कांग्रेस पार्टी में जश्न का माहौल है. आइए जानते हैं कि बीजेपी को उसके गढ़ में पटखनी देने वाले सुनील जाखड़ आखिर हैं कौन..
1. सुनील जाखड़ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते हैं. जाखड़ की गिनती पंजाब कांग्रेस के तेजतर्रार नेताओं में होती है.
2. कांग्रेस ने जाखड़ को इस वर्ष मई में पार्टी की पंजाब इकाई का अध्यक्ष बनाया था. वे पंजाब कांग्रेस उपाध्यक्ष और मुख्य प्रवक्ता भी रहे हैं.
3. 63 वर्षीय जाखड़ तीन बार पंजाब की अबोहर विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं. पहली बार उन्होंने 2002 में चुनाव जीता था. इसके बाद 2007 और 2012 के चुनाव में उन्होंने अबोहर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी.
4. जाखड़ अकाली-बीजेपी सरकार के समय विधानसभा में नेता विपक्ष थे.
5. जाखड़ की किसानों से जुड़े मसलों पर अच्छी पकड़ रही है. उन्हें किसान नेता भी माना जाता है.
6. विधानसभा में भी किसानों के मुद्दों को आंकड़ों समेत उठाकर जाखड़ अकाली-बीजेपी सरकार की किरकिरी करते रहे थे.
7. जाखड़ पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ के बेटे हैं. उन्हें अपने पिता के नाम और काम का सियासी फायदा मिलता रहा है.
8. जाखड़ का जन्म पंजाब के फजिलका जिले के पंचकोसी गांव (अबोहर) में 9 परवरी 1954 को हुआ था.
9. जाखड़ की शुरुआती पढ़ाई अबोहर से हुई है. इसके बाद गवर्मेंट कॉलेज चंडीगढ़ में उन्होंने पढ़ाई की. बाद में उन्होंने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की.
10. जाखड़ इस वर्ष पंजाब विधानसभा चुनाव में हार गए थे, जबकि पार्टी 117 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटें जीतकर सत्ता पर काबिज हो गई थी.