नई दिल्ली, 15 फरवरी, 2024 – दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अरविन्दर सिंह लवली ने अलीपुर की पेंट फैक्टरी में आग लगने पर 11 मजदूरां की मृत्यु पर संवेदना प्रकट की। उन्होंने मांग की कि फैक्टरी में आग लगने की दुर्घटना की जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए क्योंकि यह दुर्घटना दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम के लाइसेंसिंग विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार का परिणाम है।
श्री लवली ने कहा कि घनी आबादी वाले क्षेत्र में चल रही फैक्टरी में लगी आग पर नियंत्रण के लिए यदि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां समय पर आ जाती तो इतना भारी नुकसान नही होता और मरने वालों को बचाया जा सकता है और न ही घायलों को समय पर इलाज मिला, जिस कारण 11 मजदूरों की मौत हुई। उन्होंने मरने वाले कर्मचारियों व घायलों के परिवारजनों के प्रति सांत्वना प्रकट करते हुए कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद डा0 उदित राज द्वारा घटनास्थल का दौरा किया और कांग्रेस कार्यकर्ता वहां पहुॅचकर दुर्घटनाग्रस्त लोगों की हर संभव मदद कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि हादसे में दुर्घटनाग्रस्त पुलिस कर्मी को विशेष मुआवजा से उसको सम्मानित करने की घोषणा भी की जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली फायर सर्विस विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 59 लोगों की मौते एक वर्ष में आग लगने की दुर्घटनाओं के कारण हो चुकी है, बावजूद उसके दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम की नींद नही खुली है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा मृतकों और घायलों के लिए की गई घोषणा पर्याप्त नही नही है, क्योंकि मरने वाले कर्मचारी अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले एकमात्र कमाने वाले थे। उन्होंने कहा कि फैक्टरी के सटी हुई दुकानों के जलने से हुए लोगों के नुकसान का कोई आकलन नही किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर पश्चिमी क्षेत्र की फैक्ट्रियों आग लगने की यह पहली घटना नही है, इससे पहले भी प्रशासन की नाकामी के कारण नरेला, बवाना, मुंडका आदि क्षेत्रों की फैक्ट्रियों में आग लगने की घटनाएं होती रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस प्रशासनिक नाकामियों को ऐसी घटनाओं के लिए दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम को जिम्मेदार ठहराती है।