टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (19 जनवरी 2024): अयोध्या में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी, 2024 को होने वाला है। इसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू किया है। इसकी शुरुआत 12 जनवरी से किया है, जो 22 जनवरी तक चलेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर में रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा के लिए जो 11 दिन का अनुष्ठान रखा है, उसमें वो कड़े नियमों का पालन कर रहे हैं।वह जमीन पर कंबल बिछाकर कर सो रहे हैं और सिर्फ नारियल पानी ही पी रहे हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मुख्य यजमान होंगे।
शास्त्रों में देव प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा एक विषद और लंबी प्रक्रिया है। इसके लिए बहुत विस्तृत नियम बताए गए हैं. जिनका प्राण प्रतिष्ठा के कई दिन पहले से पालन करना होता है। एक रामभक्त के रूप में प्रधानमंत्री राममंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के प्रति एक आध्यात्मिक साधना के भाव से समर्पित हैं। पीएम मोदी ने तय किया कि अपनी तमाम व्यस्तताओं और जिम्मेदारियों के बावजूद वो प्राण प्रतिष्ठा के दिन और उसके पूर्व के सभी नियमों और तपश्चर्याओं को उतनी ही दृढ़ता के साथ पालन करेंगे, जैसा कि शास्त्रों में निर्देश दिया गया है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व 11 दिवसीय यम-नियम पालन का अनुष्ठान शुरू किया है।
देव प्रतिष्ठा को पार्थिव मूर्ति में ईश्वरीय चेतना के संचार का अनुष्ठान बताया गया है। इसके लिए शास्त्रों में अनुष्ठान से पहले व्रत के नियमों का निर्देश दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी दैनिक दिनचर्या में ब्रह्ममुहूर्त जागरण, साधना और सात्विक आहार जैसे नियमों का पालन तो अनवरत ही करते हैं, लेकिन, प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी 11 दिवसीय अनुष्ठान के तौर पर कठोर तपस्या के साथ व्रत लेने का निर्णय किया है।