मोदी सरकार ज़्यादा खर्च करने का ढिंढोरा पीटती है : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (17 जनवरी 2024): केंद्र की मोदी सरकार इस बार अपने कार्यकाल का आख़री बजट पेश करने वाली है। यह बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा, जो 9 फरवरी तक चलेगा। संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार कर्ज़ के चक्रव्यूह में लगातार फँसती जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि”मोदी सरकार ज़्यादा ख़र्च करने का ढिंढोरा पीटती है, पर असलियत यह है कि 15 मंत्रालयों ने अब तक पिछले बजट का केवल 17.8% ही खर्च किया है।”

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुछ तथ्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा करते हुए पोस्ट किया है। उन्होंने बताया कि कैसे भारत सरकार क़र्ज़ के चक्रव्यूह में लगातार फँसती जा रही है। उन्होंने पोस्ट में कहा है कि “15 दिन में मोदी सरकार अपने कार्यकाल का आख़री बजट पेश करेगी।”

कुछ तथ्य के साथ उन्होंने बताया है कि “देश के परिवारों की बचत 50 साल में सबसे न्यूनतम स्तर पर है। ये GDP के अनुपात में 5.1% पर आ गिरी है। जबकि सरकार का कुल क़र्ज़ (राजकोषीय घाटा — केन्द्र सरकार : 5.9%, राज्य : 3.1%) क़रीब 9% तक रहने का आकलन है।”

उन्होंने आगे कहा कि “इस हिसाब से पता चलता है कि देश के परिवार जितना बचा रहे हैं, उससे अधिक तो अकेले सरकार को क़र्ज़ लेना होगा। यही सबसे खतरनाक पक्ष है। IMF के मुताबिक़ Debt to GDP अनुपात 60% होना चाहिये, पर वह अभी 81% पर है, और IMF ने इसपर चेतावनी भी दी है, जिसे मोदी सरकार ने आदतन तरीक़े से नकारा है।”

खड़गे ने कहा कि “भारत सरकार क़र्ज़ के चक्रव्यूह में लगातार फँसती जा रही है। कहीं ये ना हो कि विश्व की कुछ बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की तरह हमारी अर्थव्यवस्था और देश का भविष्य दोनों कुचक्र में उलझकर बड़ी मुसीबत में पड़ जाएँ।”

उन्होंने कहा कि “मोदी सरकार ज़्यादा ख़र्च करने का ढिंढोरा पीटती है, पर असलियत यह है कि 15 मंत्रालयों ने अब तक पिछले बजट का केवल 17.8% ही ख़र्च किया है। इसमें MSME, पेट्रोलियम, सिविल एवियेशन, फ़ूड प्रोसेसिंग, कॉरपोरेशन, अल्पसंख्यक, पूर्वोत्तर मंत्रालय शामिल हैं। विज्ञापनी तमाशों के शोरगुल से सच छिप नहीं सकता।”