दिल्ली विश्विद्यालय के गांधी भवन में पुस्तकालय एवं संगोष्ठी कक्ष का उद्घाटन, कुलपति प्रो योगेश सिंह से खास बातचीत

रंजन अभिषेक
टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (13 जनवरी 2024): दिल्ली विश्विद्यालय के गांधी भवन परिसर में शुक्रवार को पुस्तकालय एवं संगोष्ठी कक्ष का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो योगेश सिंह, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. बलराम पाणी, अध्यक्ष प्रबंध समिति, गांधी भवन; प्रो. प्रकाश सिंह, निदेशक दक्षिण परिसर, दिल्ली विश्वविद्यालय; दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विकास गुप्ता और गांधी भवन के निदेशक प्रोफेसर केपी सिंह उपस्थित रहे।

मौके पर टेन न्यूज नेटवर्क से खास बातचीत करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने कहा कि ” आज गांधी भवन में पुस्तकालय एवं संगोष्ठी कक्ष का उद्घाटन किया गया है। गांधी की किताबें हमेशा ही प्रेरणा देने का काम करती है। तो यहां युवा आकर गांधी से और किताबों से प्रेरणा ले सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा भारत की सरकार ने भी माना है कि भारत के लिए जो आपके विचार और योजना हैं कि कैसे भारत विकास करेगा, जो भारत की सरकार का संकल्प है। उसपर सोचे, विचार करें, गोष्ठी करें और सभी लोगों को इससे जोड़ें। आज का दिन हमारा भी उसी दिशा में एक प्रयास रहा कि सभी लोगों को बताए और दिल्ली विश्वविद्यालय कैसे आगे बढ़े इसपर विचार करें।”

राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि ” मैं तो गांधी को चिर युवा मानता हूं , क्योंकि जो व्यक्ति आगे की ओर देखता है,नया करने की सोचता है, सबके लिए अच्छा करने की सोचता है, भविष्य के प्रति आशावान है वही व्यक्ति युवा है। सिर्फ आयु उसका पैमाना नहीं हो सकता है।”

इस मौके पर गांधी भवन के निदेशक प्रोफेसर केपी सिंह ने टेन न्यूज से खास बातचीत में कहा कि ” स्वामी जी ने कहा था कि वेदों की तरफ लौटो, मैं कहता हूं कि किताबों की तरफ लौटो। आज इसका उद्घाटन कुलसचिव के हाथों हुआ है। और युवा जब गांधी को उनके विचारों को, दर्शन को और किताबों को पढ़ेंगे तो निश्चित ही वह देश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।”

गांधी के विचारों एवं युवाओं के जुड़ाव पर उन्होंने कहा कि “गांधी अपने आप में विचार हैं। गांधी स्वच्छता, सत्यता, स्वराज की बात करते थे। भारतीय परंपरा की बात करते थे, जिन्होंने गांधी और उनके विचारों को नहीं पढ़ा है वही ऐसा कहेगा। गांधी कोई व्यक्ति नहीं एक विचार हैं और गांधी मजबूरी का नाम नहीं है बल्कि मजबूती का नाम हैं।

 

मकर संक्रांति एवं लोहड़ी के अवसर पर महाभोज

मकर संक्रांति एवं लोहड़ी के अवसर पर दिल्ली विश्विद्यालय के गांधी भवन परिसर में महाभोज का आयोजन भी किया गया। इस कार्यक्रम में मौजूद सभी गणमनान्य अतिथियों ने महाभोज में अलग -अलग व्यंजनों का आनंद लिया।।