टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (11 जनवरी 2024): कांग्रेस ने बुधवार को राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ को लेकर निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है। निमंत्रण को ठुकराते हुए कांग्रेस ने राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह को भाजपा और आरएसएस का कार्यक्रम बताया है। साथ ही आरोप लगाते हुए कहा है कि अर्द्धनिर्मित मंदिर का उद्घाटन केवल चुनावी लाभ उठाने के लिए कर रही है। तो वहीं कांग्रेस द्वारा राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर राजनीति शुरू हो गई है। इस पर अब बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी का बयान सामने आया है।
बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी ने कहा कि “तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस पार्टी लगातार हिंदू मान्यताओं का विरोध कर रही है। पिछले दो-चार दशकों में जब भी राम मंदिर का मुद्दा उठा है, उन्होंने हमेशा इसका विरोध किया है। उन्होंने यहां तक कहा कि भगवान राम एक काल्पनिक व्यक्ति थे और राम सेतु पर सवाल उठाया। वर्तमान कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की चरम सीमा पर पहुंच गई है। मैं उनके फैसले से हैरान नहीं हूं।”
तो वहीं भाजपा नेता सीटी रवि ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से हिंदुत्व के खिलाफ रही है। सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण सरदार वल्लभभाई पटेल, बाबू राजेंद्र प्रसाद और केएम मुंशी द्वारा किया गया था। उस दौरान जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे। वह सोमनाथ नहीं गए। तो कांग्रेस का वर्तमान नेतृत्व अयोध्या कैसे जा सकता है? पहले तो वे रो रहे थे कि उन्हें निमंत्रण नहीं मिला, और जब मिला तो उन्होंने स्वीकार करने से इनकार कर दिया।