टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (03 जनवरी 2024): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश नहीं हुए। यह तीसरी बार है, जब केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय ने पूछताछ के लिए बुलाया था। इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय दो बार केजरीवाल को समन जारी कर चुकी है, लेकिन वे जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे। इस मामले में दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज का बयान सामने आया है।
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि “ED या केंद्र सरकार ने ये नहीं बताया कि वे किस हैसियत से अरविंद केजरीवाल को बुला रहे हैं। ना वे(अरविंद केजरीवाल) गवाह हैं, ना वे अभियुक्त हैं। समय पर भी सवाल उठते हैं। ठीक लोकसभा चुनाव से पहले जब सभी दल और केंद्र सरकार खुद चुनाव की तैयारी कर रही है। उन चुनावों के कैंपेन से पहले केंद्र सरकार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। जब चार्जशीट दायर हो चुकी है तो उसके बाद अरविंद केजरीवाल को क्यों बुलाया जा रहा है?”
इसके साथ ही सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ”मनीष सिसोदिया 1 साल से गिरफ़्तार हैं। वे मनीष सिसौदिया के ख़िलाफ़ कोई सबूत नहीं पेश कर पाए हैं। अब अरविंद केजरीवाल को भी गिरफ़्तार करने की तैयारी है। देश के जितने भी विपक्षी पार्टीयों के नेता हैं। उनको किसी न किसी मामले में ED द्वारा गिरफ़्तार करने की कोशिश की जा रही हैं। भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।”
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तीसरी बार नोटिस जारी कर आज यानी 3 जनवरी को पेश होने के लिए कहा था। लेकिन आम आदमी पार्टी ने नोटिस को अवैध बता कर प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से इंकार कर दिए। आप ने कहा कि “ED की जांच में सहयोग करने को तैयार हूं लेकिन एजेंसी का नोटिस अवैध है। उनका इरादा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करना है। वे उन्हें चुनाव प्रचार से रोकना चाहते हैं।” इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने केजरीवाल को नोटिस जारी कर 2 नवंबर और 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था।