‘मन की बात’ कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी – हम रुकने वाले नहीं हैं

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (31 दिसंबर 2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया। ये ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 108वां एपिसोड है। ये साल 2023 की आखिरी ‘मन की बात’ कार्यक्रम है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “आज हमारी साझा यात्रा का 108वां एपिसोड है। हमारे यहां 108 अंक का महत्व, उसकी पवित्रता एक गहन अध्ययन का विषय है। माला में 108 मन के, 108 बार जप, 108 दिव्य क्षेत्र, मंदिरों में 108 सीढ़ियां, 108 घंटियां, 108 का ये अंक असीम आस्था से जुड़ा हुआ है। इसलिए मन की बात का 108वां एपिसोड मेरे लिए और खास हो गया है।”

उन्होंने कहा कि “ये 140 करोड़ भारतीयों की ताकत है कि इस वर्ष हमारे देश ने कई विशेष उपलब्धियां हासिल की हैं। आज भारत का कोना-कोना आत्मविश्वास से भरा हुआ है। विकसित भारत की भावना से, आत्मनिर्भरता की भावना से ओत-प्रोत है। 2024 में भी हमें इसी भावना और गति को बनाए रखना है।”

पीएम मोदी ने कहा कि “भारत का इनोवेशन हब बनना, इस बात का प्रतीक है कि हम रुकने वाले नहीं हैं। 2015 में हम ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 81वें रैंक पर थे आज हमारी रैंक 40 है। इस वर्ष भारत में फाइल होने वाले पेटेंट की संख्या ज्यादा रही है, जिसमें करीब 60% घरेलू फंड के थे। क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग में इस बार सबसे अधिक संख्या में भारतीय यूनिवर्सिटी शामिल हुई है।”

उन्होंने कहा कि “भारत के प्रयास से 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाया गया। इससे इस क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्टअप्स को बहुत सारे अवसर मिले हैं। शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर दिलचस्पी जिस तरह से बढ़ रही है, उससे इस क्षेत्र से जुड़े कोच और प्रशिक्षकों की मांग भी बढ़ रही है । आज शारीरिक स्वास्थ्य और कल्याण की चर्चा तो खूब होती है, लेकिन इससे जुड़ा एक और बड़ा पहलू है मानसिक स्वास्थ्य का।”

पीएम ने कहा कि “काशी-तमिल संगमम में हिस्सा लेने के लिए हजारों लोग तमिलनाडु से काशी पहुंचे थे। वहां मैंने उन लोगों से संवाद के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Al टूल भाषिणी का सार्वजनिक रूप से पहली बार उपयोग किया। मैं मंच से हिंदी में संबोधन कर रहा था लेकिन Al टूल भाषिणी की वजह से वहां मौजूद तमिलनाडु के लोगों को मेरा वही संबोधन उसी समय तमिल भाषा में सुनाई दे रहा था।”

उन्होंने कहा कि “मैं आपको झारखंड के एक आदिवासी गांव के बारे में बताना चाहता हूं। इस गांव ने अपने बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा देने के लिए एक अनूठी पहल की है। इस स्कूल को शुरु करने वाले अरविन्द उरांव कहते हैं कि आदिवासी बच्चों को अंग्रेजी भाषा में दिक्कत आती थी इसलिए उन्होंने गांव के बच्चों को अपनी मातृभाषा में पढ़ाना शुरू कर दिया।”

पीएम ने कहा कि “हमारी भारतभूमि को हर कालखंड में देश की विलक्षण बेटियों ने गौरव से भर दिया है। सावित्रीबाई फुले जी और रानी वेलु नाचियार जी देश की ऐसी ही दो विभूतियाँ हैं। उनका व्यक्तित्व ऐसे प्रकाश स्तम्भ की तरह है, जो हर युग में नारी शक्ति को आगे बढ़ाने का मार्ग दिखाता रहेगा। आज से कुछ ही दिनों बाद, 3 जनवरी को हम सभी इन दोनों की जन्म जयंती मनाएंगे।”

उन्होंने कहा कि “विदेशी शासन के खिलाफ़ संघर्ष करने वाली देश की कई महान विभूतियों में से एक नाम रानी वेलु नाचियार का भी है। तमिलनाडु के मेरे भाई-बहन आज भी उन्हें वीरा मंगई यानी वीर नारी के नाम से याद करते हैं। अंग्रेजों के खिलाफ़ रानी वेलु नाचियार जिस बहादुरी से लड़ीं और जो पराक्रम दिखाया, वो बहुत ही प्रेरित करने वाला है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “गुजरात में डायरा की परंपरा है। रात भर हजारों लोग डायरा में शामिल हो करके मनोरंजन के साथ ज्ञान को अर्जित करते हैं। इस डायरा में लोक संगीत, लोक साहित्य और हास्य की त्रिवेणी, हर किसी के मन को आनंद से भर देती है। इस डायरा के एक प्रसिद्द कलाकार हैं भाई जगदीश त्रिवेदी जी। हास्य कलाकार के रूप में भाई जगदीश त्रिवेदी जी ने 30 साल से भी ज्यादा समय से अपना प्रभाव जमा रखा है।”