टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (25 दिसंबर 2023): दिल्ली के अस्पतालों में नकली दवाएं सप्लाई होने के मामले को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस मामले में आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस मामले में एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी ने केजरीवाल सरकार पर दवा घोटाले का आरोप लगाया है। तो वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने सफाई देते हुए केंद्र सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना पर हमला किया है। इस मामले में अब भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हरीश खुराना की प्रतिक्रिया सामने आई है। हरीश खुराना ने इस मामले में सवाल करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और आप के विधायकों को जिम्मेदार ठहराया हैं।
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता हरीश खुराना ने रविवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “सौरभ भारद्वाज काहे दिल्ली की जनता का बेफ़कूफ़ बना रहे हो, आम आदमी पार्टी दिल्ली MLAs के चार्ज में होते हैं यह हॉस्पिटल्स। यह MLAs क्या कर रहे थे? रोगी समिति में एमएलए होता है, पूरी तरह से MLAs और स्वास्थ्य मंत्री जी आप जिम्मेदार है। यह नाटक मत करो, अगर इनका कोई रोल नही तो समितियों में क्या कर रहे है?”
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” पर कहा था कि “स्वास्थ्य सचिव बार बार मौखिक और लिखित आदेश देने पर भी नहीं मानते हैं। अधिकारियों की जवाबदेही अब मंत्री और चुनी हुई सरकार को नहीं है। 9.3.2023 को मंत्री बना और 21.3.2023 को दवाइयों के ऑडिट करने के आदेश दिये। जुलाई में रिमाइंडर भी दिया, फिर लिखित में पूछा मगर कोई कार्यवाही नहीं।”
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने केंद्र सरकार को और उपराज्यपाल को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि “CPA द्वारा दवाइयों की ख़रीद DGHS के अधीन है और विभाग स्वास्थ्य सचिव के पास है। मैंने आज से दो महीने पहले एलजी साहब को इन दोनों अफ़सरों को सस्पेंड करने के लिए कहा था, मगर कुछ नहीं हुआ। अगर इतना भ्रष्टाचार हो रहा है तो LG साहब और केंद्र सरकार इनको सस्पेंड कर दें। क्यों रखा हुआ है?”
बता दें कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में नकली दवाओं को लेकर सतर्कता विभाग ने अपनी रिपोर्ट उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को सौंपी थी। इसके बाद उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिखकर इसकी सीबीआई जांच कराने के निर्देश दिए हैं। उपराज्यपाल द्वारा सीबीआई जांच के निर्देश के बाद भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।