राजधानी दिल्ली में ठंड से 203 लोगों की मौत, बीजेपी ने केजरीवाल सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (15 दिसंबर 2023): दिल्ली में ठंड शुरू होते ही सड़कों पर रह रहे 203 लावारिश लोगों की मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद दिल्ली सरकार की तरफ से बनाए गए रैनबसेरों की पोल खुल गई है। ठंड से बेघर की मौत के बाद बीजेपी दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर हमलावर हो गई है। बीजेपी का आरोप है कि रैन बसेरे में उचित व्यवस्था न होने के कारण लोग सड़कों के किनारे रहने को मजबूर हैं।

दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि एक माह में दिल्ली की सड़कों पर 203 लावारिस बेघरों की मृत्यु हो गई। यह अरविंद केजरीवाल सरकार की अपराधिक लापरवाही का परिणाम है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में बेघरों की मदद करने के साथ हीं दिल्ली की सड़को पर सो रहे बेघरों को लेकर संबंधित विधायकों एवं मंत्रियों की लापरवाही की पोल बीजेपी खोलेगी।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह खेद का विषय है कि दिल्ली सरकार एवं उसका ड्यूसिब विभाग की लापरवाही के चलते दिल्ली में हर वर्ष सैंकड़ों बेघर लोग ठंड से सड़कों पर मरते हैं। 2018-19 में 779, 2019-20 में 749, कोविड के बावजूद 2020-21 में 436 और 2021-22 में 545 लोग दिल्ली की सड़कों पर ठंड से मरे। हर वर्ष दिल्ली सरकार बार बार कोर्ट की फटकार और अखबारों मे खबरों के बाद भी दिल्ली के रैनवसेरों में भोजन फंड भी नही दे रही।

केहरीवाल सरकार पर हमला बोलते हुए सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार को 15 नवंबर से विंटर एक्शन प्लाॅन लागू करना होता है जिसके अंतर्गत मूल कार्य होता है बेघरों को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाना ताकि वह ठंड में बीमार न हों, पर केजरीवाल सरकार की लापरवाही के चलते आज 15 दिसंबर हो गई पर 90 प्रतिशत स्थाई एवं अस्थाई रैनवसेरों का बुरा हाल है।

उन्होंने कहा कि अस्थाई रैनबसेरों के नाम पर केवल टेंट लगा कर छोड़ दिया गया है। पक्के कच्चे सभी रेनबसेरों मे पूरे गद्दे बिस्तर नही हैं और ना ही चाय बिस्कुट भोजन की व्यवस्था है। इस सब का परिणाम है की गत एक माह में दिल्ली की सड़कों पर लगभग 203 लावारिस मौतों की जानकारी दिल्ली पुलिस के माध्यम से उपलब्ध है जिसमे से 185 के शरीर में कोई बीमारी या चोट के निशान नहीं हैं। साधारणत: हम कह सकते हैं कि यह 185 मौत ठंड के कारण हुई हैं। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली अरविंद केजरीवाल सरकार की इस अपराधिक लापरवाही से शर्मशार है क्योंकि यह कोई पहला वर्ष नही जब केजरीवाल सरकार की लापरवाही के चलते सैंकड़ों गरीब बेघर दिल्ली की सड़कों पर ठंड से मरते हैं। पिछले साल भी दिल्ली की सड़कों पर 400 ठंड से मौत का मामला हम उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार केवल बेघरों को ही परेशान नहीं कर रही बल्कि बेघरों के लिये रैन बसेरा चलाने वाले प्रबंधकों एवं स्टाफ को भी परेशान कर रही है और उन्हें 4 माह से वेतन नहीं मिल रहा।।