टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (07 दिसंबर 2023): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 पर चर्चा के दौरान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pok) की समस्या के लिए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को जिम्मेदार ठहराते हुए उन पर निशाना साधा था। तो वहीं अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की संसद में जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ टिप्पणी को लेकर राजनीति गरमा गई है और विपक्षी पार्टियां उनकी आलोचना कर ररही है। इसी कड़ी में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील कुमार गुप्ता की प्रतिक्रिया सामने आई है।
आप सांसद डॉ. सुशील कुमार गुप्ता ने भारतीय जनता पार्टी पर सवाल उठाते हुए कहा कि “आजादी के इतने वर्षों के बाद नेहरू की आलोचना करने का क्या मतलब है। लोग देखना चाहते हैं कि बीजेपी ने क्या किया है। क्या उन्होंने कश्मीर से आतंकवाद को खत्म कर दिया है? वहां हर रोज ये घटनाएं होती है। इसको एक लिमिटेड समय के लिए यूटी बनाया था और हाउस के अंदर इन्होंने वादा किया था कि बहुत जल्द दोबारा राज्य घोषित करेंगे। क्या किया? जम्मू कश्मीर के अंदर शांति बहाली और टूरिज्म को बढ़ावा देना देश की जरूरत है और इस तरफ सरकार को ध्यान देना चाहिए।”
बता दें कि बुधवार को लोकसभा में जम्मू और कश्मीर पर दो विधेयकों पर बहस के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर जमकर निशाना साधते हुए कहा था कि “पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के फैसले के कारण दो गलतियां हुईं, जिसके कारण कश्मीर को कई वर्षों तक नुकसान उठाना पड़ा। पहला है युद्धविराम की घोषणा करना जब हमारी सेना जीत रही थी, सीजफायर लगाया गया। अगर तीन दिन बाद सीजफायर होता तो पीओके आज भारत का हिस्सा होता। दूसरा है अपने आंतरिक मुद्दे को यूएन में ले जाना।”