भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली सरकार के इन विभागों में लगाए गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (06 दिसंबर 2023): दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आज एक संयुक्त पत्रकार सम्मेलन को सम्बोधित कर दिल्ली सरकार के फ्लड विभाग में हो रहे भ्रष्टाचार के अनेक मामलों को उजागर किया। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार के सभी विभागों में भ्रष्टाचार फैला है, गत दो सप्ताह में हमने दिल्ली जल बोर्ड के टेंडर एवं अन्य घोटालों को उजागर किया जिसके बाद केजरीवाल सरकार छटपटा कर दिल्ली में जल संकट का भ्रम फैला रही है ताकि उसके भ्रष्टाचार की जांच टल सके।

सचदेवा ने कहा कि दिल्ली भाजपा लगातार दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों के भ्रष्टाचार की जांच अपने स्तर पर कर रही है। आज हम दिल्ली सरकार के फ्लड एवं इरिगेशन विभाग के चार घोटाले दिल्ली वालों के सामने रख कर इनकी जांच की मांग करते हैं। फ्लड विभाग का यह भ्रष्टाचार कोई साधारण भ्रष्टाचार नहीं है इनका विवरण स्पष्ट करता है कि यह जनधन की लूट का एक सुनियोजित साजिश का भाग है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इन चारों मामलों मे टेंडर में हेराफेरी तो हुआ ही साथ ही केजरीवाल सरकार के संबंधित मंत्री के दबाव में काम के बिना ही पैसे का भुगतान रनिंग बिल दिखा कर किया गया है। भाजपा ने फ्लड विभाग घोटालों के चारों मामलों को मीडिया के समक्ष रखते हुए चारों मामलों का वीडियो दिखा साबित किया की सम्बंधित साइटों पर कोई काम नहीं क्यों चल रहा।

खेड़ा कला ELD 77 में दोनों तरफ आर.सी.सी. ड्रेन और रोड बड़े हुए लाल डोरे (ELD) में खेड़ा कला गांव उत्तरी जिले के शंदर्व टेंडर की राशि 3 करोड़ 28 लाख 79244 टेंडर दिया गया बाबा कंस्ट्रक्शन कंपनी को एक करोड़ 58 लाख 21492 रुपए में अब तक कोई भी काम किसी भी तरह का चालू नहीं हुआ है जबकि कार्य समाप्ति की तारीख फरवरी 2024 है और भुगतान रनिंग बिल के नाम पर कर दिया गया है।

G20 के दौरान नाले की मरम्मत और पेंटिंग वर्क के काम के ठेके के संदर्भ में है। यह टेंडर लेफ्ट वाले किनारे की दीवार की मरम्मत और दीवार की पेंटिंग के काम करने का था वह भी 800 मीटर से 2300 मीटर तक इसमें यह बात खास है कि 1440 मीटर तक का टेंडर पहले ही हो चुका था फिर नया टेंडर 800 मीटर से क्यों किया गया।

अब इसमें घोटाला यह है कि टेंडर था 76 लाख 56733 का टेंडर दिया गया अम्बा कंस्ट्रक्शन कंपनी को 38 लाख 98 हजार 42 रुपए में टेंडर में ठेकेदार को भुगतान किया गया 43 लाख 74822 का ठेके से ज्यादा का भुगतान किया गया और जब जब आप धरातल पर देखेंगे तो कोई काम हुआ ही नहीं प्रश्न यह उठता है कि 11 सितंबर 2023 को भुगतान कर दिया गया और अभी तक कोई काम चालू भी नहीं हुआ। सचदेवा ने कहा कि नरेला विधानसभा के गांव टिकरी में रोड निर्माण के संदर्भ में मुख्यमंत्री सड़क पुनःनिर्माण योजना के तहत फ्लड विभाग के द्वारा यह टेंडर एक करोड़ 91 लाख 77260 का था टेंडर को फिर बाबा कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर दिया गया और टेंडर 94 लाख 14476 रुपए में दिया काम पूरा होने की तारीख थी 20 अक्टूबर 2023, इस टेंडर में 50 लाख की पेमेंट फ्लड विभाग के द्वारा 31 जुलाई 2023 को कर दी गई और बची हुई पेमेंट 38 लाख 630200 की 11 सितंबर 2023 को दी गई। ठेकेदार ने बिल दिया एक करोड़ 13 लाख 45 हजार 341 का जो टेंडर अमाउंट से 18 प्रतिशत ज्यादा है। प्रश्न यह उठता है कि टेंडर से भी ज्यादा भुगतान किया गया और वहां पर जमीन पर इस रोड को बनाने से लेकर रोड पर कोई भी कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ

दिल्ली के गांव सीरसपुर की कॉलोनी में बड़े हुए लाल डोरा के नाम पर एक पार्ट ठ फर्जी बनाया गया जो हकीकत में कहीं पर है ही नहीं उसमें चार ठेके दिए गए और उन सभी ठेकों में बाबा कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर ठेका छोड़ा गया। 95 प्रतिशत पेमेंट कर दी गई और जो जगह हकीकत में है ही नहीं उसके नाम पर 14 करोड़ 64 लख रुपए के चार टेंडर लगते हैं 7 करोड़ 11 लख रुपए के चारों ठेके दिए जाते हैं इनमें से तीन ठेके एक ही ठेकेदार को दिए जाते हैं। भुगतान भी कर दिया जाता है जिसमें 7 करोड़ 7 लख रुपए का भुगतान हो चुका है और काम सिर्फ कागजों में है और जिस जगह के नाम पर टेंडर लिया गया है हकीकत में वह जगह है ही नहीं।

सचदेवा ने कहा कि प्रश्न यह उठता है कि अधिकारियों और फ्लड विभाग के मंत्रियों की ठेकेदारों से मिली भगत के जरिए करोड़ों रुपए की लूट फ्लड विभाग में दिल्ली सरकार के द्वारा की जा रही है, जिसमें यह सिर्फ तीन विधानसभाओं का हिसाब है। 70 विधानसभाओं में न जाने कितने ही ठेके फर्जी रूप से भुगतान कर दिए गए और धरातल पर कोई भी कार्य नहीं किया गया। सचदेवा ने कहा है कि हम शीघ्र इस घोटाले उपराज्यपाल महोदय के समक्ष रखकर विभाग के कामों की उच्चस्तरीय जांच की मांग करेंगे।

रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली के श्रेयसपुर गांव के लाल डोरे के बाहर की आबादी को एक्सटेंडेड लाल डोरा कहा गया है और यूडी विभाग ने 2008 को नक्शा भी जारी किया जिसका ELD नंबर 71 है। दिल्ली फ्लड विभाग ने एक्सटेंडेड लाल डोरा क्षेत्र में आर.सी.सी. सड़क और ड्रेन्स बनाने का प्रस्ताव रखा जिसके बाद विभाग के पदाधिकारियों ने इसकी अनुमानित लागत राशि 14 करोड़ 64 लाख निकाली और टेंडर चार व्यक्तियों को दिया गया और काम 7 करोड़ 11 लाख रुपए में तय की गई।

लेकिन हैरान करने वाली बात है कि अभी तक ना ही आर.सी.सी. की सड़कें बनी और ना ही ड्रेन जबकि 7 करोड़ 7 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। अनाधिकृत कॉलोनियों के लिए यूसी विभाग काम करता है और जानकारी के अनुसार श्रेयसपुर गांव क्षेत्र में साल 2019 में सड़के और नाली बनाई गई थी जिन्हें अभी तक पांच साल नहीं हुए और नियम के अनुसार पांच साल से पहले टेंडर लगाने का प्रावधान ही नहीं है जबकि इन कामों को मंजूरी देने का काम अर्बन डेवलपमेंट विभाग द्वारा किया गया।

इससे साफ है कि इस पूरे प्रकरण में मंत्री भी शामिल हैं। इसलिए हमारी मांग है कि इस पूरे प्रकरण की जांच हो और जल्द ही दिल्ली भाजपा का प्रतिनिधिमंडल एंटी करप्शन विभाग से मिलकर इन घोटालों की जांच की मांग रखेगा और कहेगा की इस मामले में एफ.आई.आर. दर्ज कर जांच शुरु की जाए।।