टेन न्यूज नेटवर्क
दिल्ली (04 दिसंबर 2023): हिंदी अकादमी दिल्ली द्वारा “एक और द्रोणाचार्य” हिंदी नाटक का मंचन एलटीजी सभागार मंडी हाउस नई दिल्ली में 30 नवंबर को किया गया। नाटक का मुख्य विषय (थीम ) महाभारत के द्रोणाचार्य और आज के समय के गुरु के तुलनात्मक परिदृश्य पर था।
इस नाटक में मंचन के द्वारा दिखाया गया कि जिस प्रकार महाभारत में गुरु द्रोणाचार्य ने अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर स्थापित करने के लिए गुरु दक्षिणा में एकलव्य के दाहिने हाथ का अंगूठा ले लिया था और कहा था कि शिक्षा ग्रहण करने का अधिकार केवल ब्राह्मण और क्षत्रियों को है इस प्रकार आज के शिक्षक गुरु भी शिक्षण संस्थानों, स्कूल आदि में प्रबंधन के दबाव में जाति व्यवस्था और गरीबी में पले बढ़े बच्चों और छात्रों के साथ अन्याय कर रहे हैं। नीची जाति की छात्राओं और छात्रों का कैसे मानसिक शारीरिक शोषण किया जाता है।
इस नाटक में मुख्य रूप से दिखाया गया कि समय बदला है। लेकिन व्यवस्था और समाज की मानसिक सोच में कोई बदलाव नहीं आया है। नाटक में सभी मजे हुए कलाकारों ने अपने अभिनय से दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आज भी समाज में यह धारणा बरकरार है। जिसका निवारण होना चाहिए और इस दौरान हॉल पूरा खचाखच भरा रहा और सभागार तालिया की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा।
इस प्रोग्राम में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज एवं विशेष अतिथि के रूप में संजय गर्ग, सचिव, हिंदी अकादमी; उपस्थित रहे। यह नाटक डॉक्टर शंकर शेष द्वारा रचित है और इसका निर्देशन गौरव ग्रोवर ने किया है। बता दें कि ग्रोवर एक मजे हुए निर्देशक और युवा कलाकार हैं। इस नाटक में सभी युवा कलाकारों ने मंचन किया। कमल, अनमोल, देव कुमार, चैतन्य सचदेवा, सपना मिश्रा, आयुषी, दीपचंद, शालू सिंह, विपिन कुमार, जगन शर्मा, अविनाश और अनमोल नाटक में लाइटिंग का काम दिव्यांग श्रीवास्तव देख रहे थे।
मंचन के अंत में दिल्ली सरकार के संस्कृति मंत्री सौरभ भारद्वाज ने संबोधित करते हुए कहा कि सभी कलाकारों ने अपनी बहुत ऊर्जा का प्रदर्शन किया है और दर्शकों ने भी पूरे मंचन के दौरान अपनी उर्जा दिखाते हुए तालिया से सभी कलाकारों का हार्दिक स्वागत किया है। आगे मंत्री भारद्वाज ने कहा कि हमारी सरकार नए-नए कलाकारों को अवसर देकर उनकी प्रतिभाओं को निखारने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सभी युवा शासन प्रशासन से अपनी बात कह सकते हैं चाहे वह सरकार के खिलाफ हो चाहे वह सरकार के फेवर में हो। उन्होंने कहा कि सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है और सभी खुलकर अपनी बात कह सकते हैं उन्होंने सभी कलाकारों का हार्दिक स्वागत किया। अंत में उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया और सभी कलाकारों और साथ में सभी सरकार के अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया अंत में कार्यक्रम का सुखद समापन हुआ।।