मूर्ति विसर्जन के दौरान हर साल यमुना में डूबने से लोगों की जान जाती है लेकिन प्रशासन सिर्फ सुरक्षा के दावे करता है, जमीन पर उसकी सारी तैयारियां विफल साबित होती हैं. विसर्जन करने आए 4 युवकों की नदी में डूबकर मौत हो गई, जिनमें से 3 का शव बरामद किया जा चुका है.
दिल्ली के ईस्ट पंजाबी बाग़ से कुछ श्रद्धालु अलीपुर इलाके में पल्ला गांव के पास मूर्ति विसर्जन को आये थे. इनमें से 6 लड़के मूर्ति विसर्जन के लिए यमुना में उतरे और 4 लड़के डूब गए. चौथे शव की तलाश में गोताखोर और दमकल विभाग के जवान जुटे हैं. डूबने वाले सभी युवक नाबालिग हैं. इनमें सुनील (16) रोहन (15) अनीश(13) और अजय (14) शामिल थे.
यमुना में मूर्ति विसर्जन के दौरान हर साल हादसे होते हैं. गणेश पूजा या दूर्गा पूजा के बाद ख़ास एतिहात की जरूरत होती है क्योंकि दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से सैंकड़ों लोग यहां विसर्जन के लिए आते हैं. हादसे की वजह आमतौर पर लापरवाही होती है क्योंकि विसर्जन के लिए आने वाले लोगों को नदी की गहराई का अंदाजा नहीं होता और नदी में डूबकर जान गंवा बैठते हैं.