श्रमिकों को सुरक्षित निकाले जाने पर दिल्ली सीएम केजरीवाल बोले- “ये भारत के लोगों की एकता की जीत है”

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (29 नवंबर 2023): उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित सिल्कयारा की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को 17 दिन बाद मंगलवार रात को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। सुरंग से मजदूरों को सुरक्षित निकाले जाने पर चारों ओर खुशी का माहौल है। इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना समेत कई नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “NDRF, सेना एवं दूसरी तमाम एजेंसियों की मेहनत रंग लाई और उत्तराखंड की टनल में फँसे सभी मज़दूरों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। इस ऑपरेशन में लगे उन तमाम लोगों के प्रयासों और मेहनत को मैं सलाम करता हूँ जिन्होंने दिन-रात एक करके इसे सफल बनाया। सभी देशवासियों की दुआएँ काम आईं। मैं उन सभी मज़दूरों के धैर्य और जीवट को भी नमन करता हूँ जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में एक दूसरे का साथ दिया और हौसला बढ़ाया। ये भारत के लोगों की एकता की जीत है।”

दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि “उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूरों का 17 दिनों के बाद सकुशल बाहर निकालना सर्व प्रथम उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति, जिजीविषा और अतुलनीय हिम्मत का परिचायक है। उनकी बहादुरी को मेरा सलाम। उनके बचाव कार्य में निरंतर लगे NDMA अधिकारियों, कर्मचारियों, मजदूरों, स्थानीय लोगों और उत्तराखंड सरकार के सफल प्रयास सराहनीय हैं।”

उपराज्यपाल ने आगे कहा कि “यह पूरा प्रकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित हो रहे उस संवेदनशील-समावेशी नये भारत का द्योतक है जहां सरकार की पूरी व्यवस्था किसी संकट/आपदा में देश के प्रत्येक-विशेषकर सबसे कमजोर व्यक्ति की सुरक्षा व हित के लिये प्रतिबद्ध है-परिणाम सुनिश्चित करती है। सभी सुरक्षित निकाले गये व्यक्तियों और उनके परिवार जनों को मेरी मंगल कामनाएं।”

तो वहीं दिल्ली के श्रम मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि “आज सभी देशवासियों की दुआएं रंग लाई और हमारे सभी मजदूर साथी सही सलामत टनल से बाहर निकल लिए गए हैं। यह सेना और एजेंसियों के कई दिनों के अथक प्रयास, लगन और सदभाव का नतीजा है। इस कठिन समय में मजदूर साथियों की सहनशीलता और सहयोग की भावना सराहनीय रही है जिन्होंने इतने विकट और विषम परिस्थितियों में एक दूसरे की हौसला बनाए रखा। सेना, एजेंसियों और मजदूर भाइयों की एकता और विश्वास को सलाम है। निःसंदेह यही देश के वास्तविक निर्माता और रक्षक हैं।”