टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (26/11/2023): अखिल भारतीय यदुवंशी महासभा के बैनर तले दिल्ली के जंतर मंतर पर एक बार फिर से अहीर रेजिमेंट की मांग को दोहराते हुए प्रचंड प्रदर्शन किया गया। अखिल भारतीय यदुवंशी महासभा ने केंद्र की मोदी सरकार को खुले तौर पर चुनौती दी है कि अगर 2024 लोकसभा चुनाव से पहले अहीर रेजिमेंट का गठन नहीं किया जाता है तो इसका खामियाजा बीजेपी सरकार को भुगतना पड़ेगा।
दिल्ली के जंतर मंतर पर अखिल भारतीय यदुवंशी महासभा के तरफ से आयोजित धरने में शामिल यदुवंशी महासभा के अध्यक्ष विजेंद्र यादव ने टेन न्यूज से कहा कि पिछले कई वर्षों से अखिल भारतीय यदुवंशी महासभा पूरे देश में धरना प्रदर्शन के माध्यम से यह मांग कर रही है कि अहीर रेजिमेंट का गठन किया जाए इसी तत्व ज्ञान में आज फिर से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन किया गया है।
अहीर रेजिमेंट की मांग दोहराते हुए विजेंद्र यादव ने कहा कि सेवा में तमाम तरह के रेजीमेंट है लेकिन अहीर रेजिमेंट का गठन अभी तक नहीं हुआ है यह दुर्भाग्यपूर्ण है। हम लोग लंबे वक्त से अहीर रेजिमेंट की मांग कर रहे हैं सरकार हमारी मांगों को नजर अंदाज करती रही है। एक बार फिर से हम लोगों ने ठाना है कि यह गूंगी सरकार की नींद खुले और अहीर रेजिमेंट का गठन जल्द से जल्द किया जाए।
विजेंद्र यादव ने कहा कि अगर अहीर रेजिमेंट का गठन नहीं किया जाता है तो आने वाले दिनों में हमारा प्रदर्शन देश के अलग-अलग राज्यों में संयुक्त रूप से होगा। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले अहीरों ने यह ठाना है कि अहीर रेजिमेंट का गठन केंद्र सरकार करें और अगर सरकार नहीं करती है तो इसका खामियाजा सरकार को आने वाले लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
अहीर रेजिमेंट की मांग को दोहराते हुए विजेंद्र यादव ने कहा कि भारतीय सेना में जाट रेजीमेंट, राजपूत रेजिमेंट, गोरखा रेजीमेंट के साथ अलग-अलग नामों पर रेजीमेंट है, तो फिर अहीरों की रेजिमेंट क्यों नहीं बनाई जा रही है। सेना में सबसे ज्यादा जो सैनिक है वह अहीर जाति के हैं लेकिन फिर भी उनके सम्मान में सरकार के तरफ से अभी तक अहीर रेजिमेंट का गठन नहीं किया गया है जो की दुर्भाग्यपूर्ण है।
अखिल भारतीय यदुवंशी महासभा के अध्यक्ष विजेंद्र यादव ने कहा कि आजादी के बाद से केंद्र में तमाम पार्टियों की सरकार बनी, सभी पार्टियों ने यदुवंशी समाज का वोट लिया लेकिन अहीर रेजिमेंट का गठन आज तक नहीं किया गया। चुनाव से पहले सरकार दावा करती है लेकिन उसको पूरा करने में नाकाम रही है। अहीर रेजिमेंट का गठन न करने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों हीं पार्टियों की सरकार जिम्मेदार है |