टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (26 नवंबर 2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 107वें एपिसोड के जरिए देश को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई हमले की बरसी पर श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने सभी देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि “आज 26 नवंबर को हम कभी भी भूल नहीं सकते हैं। आतंकियों ने मुंबई को, पूरे देश को थर्रा कर रख दिया था, लेकिन ये भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबरे और अब पूर हौसले के साथ आतंक को कुचल भी रहे हैं। मुंबई हमले में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं। इस हमले में हमारे जो जांबाज वीरगति को प्राप्त हुए, देश उन्हें आज याद कर रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि “26 नवंबर को आज का ये दिन, एक और वजह से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। 1949, आज के ही दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था। मैं सभी देशवासियों को संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं और हम सब मिलकर के नागरिकों के कर्तव्यों को प्राथमिकता देते हुए विकसित भारत के संकल्प को जरूर पूरा करेंगे।”
पीएम मोदी ने कहा कि “समय, परिस्थिति, देश की आवश्यकता को देखते हुए अलग-अलग सरकारों ने अलग-अलग समय पर संशोधन किए। लेकिन ये भी दुर्भाग्य रहा कि संविधान का पहला संशोधन, बोलने की स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों में कटौती करने के लिए हुआ था । वहीं संविधान के 44 वें संशोधन के माध्यम से, इमरजेंसी के दौरान की गई गलतियों को सुधारा गया था।”
उन्होंने कहा कि “यह भी बहुत प्रेरक है कि संविधान सभा के कुछ सदस्य मनोनीत किए गए थे, जिनमें से 15 महिलाएं थी। ऐसी ही एक सदस्य हंसा मेहता जी ने महिलाओं के अधिकार और न्याय की आवाज बुलंद की थी। उस दौर में भारत उन कुछ देशों में था, जहां महिलाओं को संविधान से वोटिंग का अधिकार दिया।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम का जिक्र करते हुए कहा कि “राष्ट्र निर्माण में जब सबका साथ होता है, तभी सबका विकास भी हो पाता है। मुझे संतोष है कि संविधान निर्माताओं के उसी दूरदृष्टि का पालन करते हुए, अब भारत की संसद ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को पास किया है। ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ हमारे लोकतंत्र की संकल्प शक्ति का उदाहरण है। ये विकसित भारत के हमारे संकल्प को गति देने के लिए भी उतना ही सहायक होगा।”
पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल और मेड इन इंडिया पर जोर देते हुए कहा कि “बीते कुछ दिनों के भीतर ही दिवाली, भैया दूज और छठ पर देश में चार लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है और इस दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने का जबरदस्त उत्साह लोगों में देखा गया। अब तो घर के बच्चे भी दुकान पर कुछ खरीदते समय यह देखने लगे हैं कि उसमें मेड इन इंडिया लिखा है या नहीं लिखा है। इतना ही नहीं ऑनलाइन सामान खरीदते समय अब लोग मूल देश इसे भी देखना नहीं भूलते हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “जैसे ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की सफलता ही उसकी प्रेरणा बन रही है वैसे ही वोकल फॉर लोकल की सफलता, विकसित भारत – समृद्ध भारत के द्वार खोल रही है। वोकल फॉर लोकल का ये अभियान पूरे देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती देता है। वोकल फॉर लोकल अभियान रोजगार की गारंटी है। यह विकास की गारंटी है, ये देश के संतुलित विकास की गारंटी है।”
उन्होंने कहा कि “इन दिनों ये जो कुछ परिवारों में विदेशों में जाकर के शादी करने का जो एक नया ही वातावरण बनता जा रहा है। क्या, ये जरूरी है क्या? भारत की मिट्टी में, भारत के लोगों के बीच, अगर हम शादी ब्याह मनाएं, तो देश का पैसा, देश में रहेगा। देश के लोगों को आपकी शादी में कुछ-न-कुछ सेवा करने का अवसर मिलेगा, छोटे-छोटे गरीब लोग भी अपने बच्चों को आपकी शादी की बातें बताएँगे।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “ये लगातार दूसरा साल है जब दीपावली के अवसर में कैश देकर कुछ सामान खरीदने का प्रचलन धीरे-धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। यानी, अब लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं। ये भी बहुत उत्साह बढ़ाने वाला है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “इंटेलिजेंस, आइडिया और इनोवेशन आज भारतीय युवाओं की पहचान है। इसमें टेक्नोलॉजी के कॉम्बिनेशन से उनकी Intellectual Properties में निरंतर बढ़ोतरी हो, ये अपने आप में देश के सामर्थ्य को बढ़ाने वाली महत्वपूर्ण प्रगति है। आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 2022 में भारतीयों के पेटेंट आवेदन में 31 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।”
उन्होंने कहा कि “झारखण्ड, ओडिशा और बंगाल के जन-जातीय इलाकों में एक बहुत प्रसिद्ध नृत्य है, जिसे ‘छऊ’ के नाम से बुलाते हैं। 15 से 17 नवम्बर तक ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना के साथ श्रीनगर में ‘छऊ’ पर्व का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सबने ‘छऊ’ नृत्य का आनंद उठाया।”
पीएम मोदी ने कहा कि “स्वच्छ भारत अभियान ने साफ-सफाई और सार्वजनिक स्वच्छता को लेकर लोगों की सोच बदल दी है। ये पहल आज राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बन चुकी है, जिसने करोड़ों देशवासियों के जीवन को बेहतर बनाया है। इस अभियान ने अलग-अलग क्षेत्र के लोगों, विशेषकर युवाओं को सामूहिक भागीदारी के लिए भी प्रेरित किया है।”
उन्होंने कहा कि “तमिलनाडु के कोयम्बटूर में रहने वाले लोगानाथन जी भी बेमिसाल हैं। बचपन में गरीब बच्चों के फटे कपड़ों को देखकर वे अक्सर परेशान हो जाते थे। इसके बाद उन्होंने ऐसे बच्चों की मदद का प्रण लिया और अपनी कमाई का एक हिस्सा इन्हें दान देना शुरू कर दिया। जब पैसे की कमी पड़ी तो लोगानाथन जी ने टॉयलेट्स तक साफ़ किये, ताकि जरूरतमंद बच्चों की मदद हो सके।”
पीएम मोदी ने कहा कि “21वीं सदी की बहुत बड़ी चुनौतियों में से एक है- जल सुरक्षा।जल का संरक्षण करना, जीवन को बचाने से कम नहीं हैं। जब हम सामूहिकता की इस भावना से कोई काम करते हैं तो सफलता भी मिलती है। इसका एक उदाहरण देश के हर जिले में बन रहे ‘अमृत सरोवर’ भी है।”