इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में ओडिशा पवेलियन में महिला सशक्तिकरण पर जोर, आकर्षण का केंद्र

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (16/11/2023): दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2023 में कला और संस्कृति के लिए विख्यात उड़ीसा ने अपने पवेलियन का अनावरण किया। पवेलियन का उद्घाटन उड़ीसा सरकार में समाज सुरक्षा एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण, सार्वजनिक उद्यम और विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी मंत्री अशोक चन्द्र पांडा ने किया।

इस अवसर पर संजय कुमार सिंह (आईएएस, प्रधान सचिव, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, उड़ीसा सरकार) तथा रवि कांत (आईपीएस, रेज़ीडेन्ट कमिश्नर, उड़ीसा सरकार) तथा अन्य दिग्गज एवं अधिकारी भी मौजूद रहे।

इस साल की प्रदर्शनी खासतौर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें आदिवासी समूहों का प्रतिनिधित्व काफी अधिक है। इसमें महिलाओं की भागीदारी इसका केन्द्र बिन्दु हैं, जो पूरी उत्पादन प्रक्रिया में मुख्य योगदान देती हैं। मिशन शक्ति पहल के मद्देनज़र यह पवेलियन महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए लिंग समानता के लिए राज्य की प्रतिबद्धता तथा आर्थिक विकास में महिलाओं की भूमिका पर रोशनी डालता है।

इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर देश के सबसे बड़े और सबसे प्रतिष्ठित कारोबार मेलों में से एक है, जहां हज़ारों देशी-विदेशी प्रदर्शक अपने अनूठे उत्पादों, सेवाओं एवं पहलों को दर्शाते हैं। इंडिया ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गेनाइज़ेशन (आईटीपीओ) द्वारा नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आईआईटीएफ के 42वें संस्करण का आयोजन 14 से 17 नवम्बर 2023 के बीच हो रहा है। इस साल के संस्करण की थीम है “वसुधैव कुटुम्बकमः युनाईटेड बाय ट्रेड’।

इसी थीम से प्रेरित उड़ीसा पैविलियन ‘युनाईटेड बाय ट्रेड यानि कारोबार के माध्यम से एकजुटता का संदेश देता है। यह ऐसे सहयोगपूर्ण वातावरण को बढ़ावा देने की राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है जहां कारोबार विभिन्न संस्कृतियों एवं समुदायों को एक दूसरे के साथ जोड़ता है, इसी के मद्देनज़र मेले में आदिवासी समूहों का बड़ा प्रतिनिधित्व है।

इस साल उड़ीसा पैविलियन के मुख्य आकर्षण पर विचार व्यक्त करते हुए अशोक चन्द्र पांडा ने कहा कि “उड़ीसा पर्यटकों, खिलाड़ियों, उच्च शिक्षा पाने वाले छात्रों, गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं के लिए मरीज़ों, उद्यमियों एवं निवेशकों के लिए आकर्षक गंतव्य बन गया है। महिलाओं और ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाने के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक के दृष्टिकोण के अनुरूप आईआईटीएफ-2023 में उड़ीसा पैविलियन ग्रामीण महिला कारीगरों द्वारा बनाए गए स्थानीय उत्पादों का प्रदर्शन करेगा।

तकरीबन एक मिलियन आगंतुक कारोबार दिनों एवं आम दिनों के दौरान मेले का दौरा करते हैं। लगभग 29 राज्य एवं केन्द्र शासित प्रदेश, 15 देश, केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालय, सैंकड़ों निगम और एजेन्सियां, विभिन्न सेक्टरों के प्राइवेट प्लेयर्स आईआईटीएफ-2023 को साल की सबसे प्रमुख विश्वस्तरीय कारोबार प्रदर्शनी बनाने जा रहे हैं। ‘मेले में आने वाले आगंतुकों को ईंट के रंग के टैराकोटा आर्टेफेक्ट मॉडल्स देखने का मौका मिलेगा, जो भारत की ग्रामीण संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस साल राज्य के पैविलियन में — स्टॉल्स होंगी, जहां लोकप्रिय हैण्डलूम आउटलेट्स और सरकारी विभाग प्रदर्शन करेंगे।’ श्री चन्द्रा ने कहा ।

आगंतुकों को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने के लिए पैविलियन में उड़ीसा के प्रतिष्ठित प्रोडक्ट्स को प्रदर्शित किया जाएगा। कारीगर कच्चे माल से तैयार माल बनाने की प्रक्रिया प्रदर्शित करेंगे। उल्लेखनीय है कि पैविलियन में टसर सिल्क के उत्पादों को भी पेश किया जाएगा, साथ ही बिना कीटों को नुकसान पहुंचाए सिल्क बनाने की पर्यावरण अनुकूल प्रक्रिया दर्शाई जाएगी। जो स्थायी एवं नैतिक प्रथाओं के लिए उड़ीसा की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

प्रगति मैदान में 14 दिवसीय आईआईटीएफ के दौरान – नवम्बर को राज्य दिवस मनाया जाएगा। उड़ीसा से सांस्कृतिक मंडलियों को भी सांस्कृतिक आयोजनों पर परफोर्मेन्स के लिए आमंत्रित किया गया है। इस अवसर पर संजय कुमार सिंह (आईएएस, प्रधान सचिव, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, उड़ीसा सरकार) तथा रवि कांत (आईपीएस, रेज़ीडेन्ट कमिश्नर, उड़ीसा सरकार) तथा अन्य दिग्गज एवं अधिकारी भी मौजूद रहे।।