दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केजरीवाल सरकार द्वारा लिए फैसले से नाराज हुए ट्रांसपोर्टर्स, सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (09/11/2023): कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट और दिल्ली सरकार द्वारा प्रदूषण के नाम पर दोहरा रवैया और भेदभाव करने के खिलाफ दिल्ली एनसीआर के टैक्सी और टेम्पो ट्रेवलर के मालिक, दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में CAQM और दिल्ली सरकार के खिलाफ जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया।

दिल्ली टैक्सी एंड टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने कहा कि यें प्रदर्शन प्रदूषण की आड़ में डीजल BS3 और 4 टैक्सी और टेम्पो ट्रैवेलर (LMV 4 पहिये ) को रोड पर ना चलने देने के खिलाफ है। हमारी मांग है कि डीजल BS3 और 4 टैक्सी और टेम्पो ट्रेवलर (LMV 4 पहिये ) को रोड पर चलने की इजाजत तुरंत दी जाए।

इसके साथ डीजल BS3 और 4 टैक्सी और टेम्पो ट्रेवलर (LMV 4 पहिये ) ग्रेडड रिस्पांस एक्शन प्लान फॉर एनसीआर के ग्रेप स्टेज से हमेशा के लिए बाहर किया जाए। 1 नवम्बर 2023 के बाद हमारी जितनी टूरिस्ट टैक्सी बसों और टेम्पो ट्रैवेलर के चालान हुए हैं वो सारे चालान केन्सिल किये जाए। हमारी BS3 और 4 की जितनी टूरिस्ट गाड़ियाँ हैं उनकी जितनी लाइफ हैं उन्हें उतना चलने दिया जाए। प्रदूषण पराली जलाने से, कंस्ट्रक्शन की धुल मिट्टी से होता है, इनको कंट्रोल किया जाए।

ट्रंसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने कहा कि जब कमिसन फॉर एयर क्वाल्टी मैनेजमेंट आल इंडिया टूरिस्ट परमिट की डीजल BS 4 बसों और टेम्पो ट्रेवलर (6 पहिये ) को चलने की इजाजत दे दी हैं। बल्कि इन गाड़ियों को ग्रेडड रिस्पांस एक्शन प्लान फॉर एनसीआर से ग्रेप सिस्टम से भी बाहर रखा है मतलब कभी भी AQI कितना भी हो यें गाड़ियाँ चलती रहेंगी क्योंकि ये देशी विदेशी पर्यटको को दिल्ली से बाहर घुमाने ले जाती है।

इसके लिए भी हमने लगातार प्रदर्शन किये थे और धरने प्रदर्शन की वजह से बाद में कमिसन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने आल इंडिया टूरिस्ट परमिट की BS4 बसों और टेम्पो ट्रेवलर को दिल्ली एनसीआर में चलने और पर्यटको को बाहर दुसरे राज्यों में घुमाने के लिए इजाजत दी।

संजय सम्राट ने कहा कि जब डीजल BS4 बसें और टेम्पो ट्रेवलर( 6पहिये )की चल सकती हैं तो हमारी गाड़ियों को क्यों रोका गया है? क्या कमिसन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट गाड़ियों के पाहियों के हिसाब से प्रदूषण का पैमाना बना रहा है? ये करोड़ों लोगों की रोजी रोटी का सवाल है। अगर इन्होने हमारी गाड़ियों को चलने की इजाजत नहीं दी तो दिल्ली एनसीआर के ट्रांसपोर्टरस काली दिवाली मनाएंगे।।