टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (06 नवंबर 2023): राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों को सांस फूलने, गले में खराश, घरघराहट, खांसी, आंखों में जलन और बेचैनी की शिकायत होने लगी है। अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है।
एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार ने बताया कि “पिछले कुछ दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत गंभीर है, यह 500 से अधिक है, इसका मतलब है कि यह एक चिकित्सा आपातकाल(Medical Emergency) है। लोग सांस फूलने, गले में खराश, घरघराहट, खांसी, आंखों में जलन, बेचैनी की शिकायत कर रहे हैं। एलएनजेपी में हमारे पास आपातकालीन विभाग में प्रतिदिन 25-30 मरीज आ रहे हैं। हमें अपना ख्याल रखते हुए इन प्रदूषकों से बचना होगा। हमें मास्क अवश्य पहनना चाहिए।”
दिल्ली में सोमवार को भी वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR-India) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता 488 दर्ज की गई, जो एक दिन पहले 410 थी। तो वहीं आर.के. पुरम में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 466, ITO में 402, पटपड़गंज में 471 और न्यू मोती बाग में 488 दर्ज़ किया गया।