टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (04 नवंबर 2023): दिल्ली के भीतर AQI काफी तेजी के साथ बढ़ा है, ना सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे नॉर्थ इंडिया में। जिसको देखते हुए दिल्ली सरकार ने कठोर कदम उठाने का फैसला लिया है, दिल्ली के अंदर ग्रेप 3 लागू कर दिया गया है। जिसमे कंस्ट्रक्शन के कार्यों पर रोक लगा दी गई है, स्कूलों में पांचवी कक्षा तक बंद कर दिए गए हैं। जो प्रतिबंध पहले से चल रहे थे उनको लागू करते हुए नए प्रतिबंध लगाए गए हैं।
गोपाल राय ने कहा कि इन सभी निर्णयों को लागू करने के लिए हमने अधिकारियों के साथ बैठक की और निर्देश दिए। कई जगहों से शिकायते मिल रही थी की निर्देश जारी होने के बावजूद ग्राउंड पर एक्शन नहीं लिए जा रहे, जिसके चलते सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए की वह अपने काम के लिए मॉनिटरिंग सिस्टम बनाए जिससे की सरकार द्वारा लिए गए निर्णय जमीनी स्तर पर लागू किया जा सके।
अभी तक दिल्ली की सड़कों पर 12 घंटे तक स्प्रिंकलिंग मशीन चलाई जाएगी। हॉट स्पॉट के अलावा भी जिन जगहों पर ज्यादा कंस्ट्रक्शन की स्थिति है वहां पूरी दिल्ली के अंदर इन गतिविधियों वाले जगहों पर मोबाइल एंटी स्मॉग गन को संचालित किया जाएगा। 20400 ट्रिप बसों की संख्या बढ़ाए जा रह हैं। शटल बस सर्विस को संचालित करने का निर्णिय लिया गया है, फिलहाल आरके पुरम से सचिवालय और गुलाबी बाग से सचिवालय तक लागू है।
गोपाल राय ने कहा कि मेट्रो ने आज से अपने 60 ट्रिप बढ़ा दिए हैं, दिल्ली के लोगों से अपील है की राइडरशिप भी बढ़ाएं जहां जरूरी न हो जायदा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करें। रेलवे सेवा, मेट्रो सेवा, हवाई अड्डा, आईएसबीटी, राष्ट्रीय महत्व गतिविधियां, मेडिकल सेवा, स्वच्छता सेवा, सहायक सेवा आदि जैसे जरूरी कामों में इन प्रतिबंधों से छूट दी गई है
जिन गतिविधियों को छूट दी गई है, उन्हे डस्ट मेजर के 14 नॉर्म्स को स्ट्रिक्टली फॉलो करना होगा अन्यथा उन पे पेनाल्टी लगाई जाएगी। डीपीसीसी और एसडीएम इनकी मॉनिटरिंग करेंगे। बोरिंग, ड्रिलिंग, निर्माण और बिल्डिंग संचालन, विध्वंश कार्य, फ्लाई ऐश सहित कच्चे माल, कच्ची सड़कों पर आवाजाही, ओपन शिविर लाइन, वाटर लाइन, टाइल्स, पत्तराजों आदि को कटने, पोलिंग कार्य, वाटर प्रूफिंग कार्य, पेंटिंग, पॉलिशिंग, सड़क निर्माण कार्य, ऐसी 14 गतिविधियों पर रोक लगाई जा रही है।
इसके साथ साथ दिल्ली के अंदर गैर प्रदूषित कार्यों को जारी रखने की अनुमति है। जोकि घर के अंदर वाले काम हैं, अभी खनन संबंधी गतिविधियों को बंद किया जा रहा है, BS 3 पेट्रोल और BS 4 डीजल पर प्रतिबंध होगा चाहे दिल्ली के बाहर से हो या दिल्ली के अंदर की, इसको मॉनिटर करने के लिए ट्रांसपोर्ट विवगाज 84 टीमों को फील्ड में उतरेगा। पेनाल्टी 20 हजार होगी। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के 284 जवान फील्ड में उतरेंगे, स्कूल खोलने के संबध में निर्णय मंडे के AQI को देखते हुए लिया जाएगा।
2000 इको क्लब के माध्यम से दिल्ली में जन जागरूकता अभियान को संचालित किया जाएगा, साथ ही पर्यावरण विभाग और डीपीसीसी की तरफ से गाडियां के ओनर्स को एसएमएस भेजा जाएगा, लोगों से अपील है की ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का यूज करें। अभी की स्थिति को काफी बारीकी से मॉनिटर किया जा रहा है, नॉर्थ इंडिया में तेजी के साथ स्मॉग बढ़ रहा है, यह स्थिति आगे भी बने रहने वाली है, हम सबको सक्रिय होना पड़ेगा। जो-जो प्रदूषण पैदा करने के सोर्स हैं उसे कंट्रोल करना होगा, सरकार अपना काम कर रही है, लोगों को भी सहयोग देना होगा।
दिल्ली का 69 प्रतिशत पॉल्यूशन बाहर से आता है। इसीलिए दिल्ली के आस पास के लोगों को भी इसमें ध्यान देना होगा, भाजपा ने कहा केजरीवाल जी की वजह से प्रदूषण बढ़ गया तो क्या हरियाणा, नोएडा और गाजियाबाद में भी केजरीवाल जी ने भी प्रदूषण बढ़ा दिया? मेरा केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से हांथ जोड़कर निवेदन है की कुछ करिए, पूरा नॉर्थ भारत स्मॉग से घिर रहा है, सरकार दिल्ली के अंदर जो काम कर रही है उसमे एनसीआर में सख्त कदम उठाने की जरूरत है। दिल्ली एनसीआर में डीजल की गाड़ियां बंद होनी चाहिए, दिल्ली के चारों तरफ भाजपा है और आप बयान जारी करके जिम्मेदारी से पलड़ा झाड़ लेते हो, बाकी राज्यों के पर्यावरण मंत्री कब सक्रिय होंगे।
गोपाल राय ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार दिल्ली में दो टावर लगाए गए थे एक आनंद विहार में जिसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की थी और दुसरा सीपी में जिसकी जिम्मेदारी दिल्ली सरकार को, दो साल तक स्मॉग टावर ने अपना काम किया और 2 साल की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को उन्हे देनी थी। आंनद विहार वाले टावर के बारे में केंद्र सरकार बताएगी, कनॉट प्लेस वाले टावर की बात करें तो वह 2 साल तक काम कर रहा था। मगर नए डीपीसीसी के सचिव द्वारा बिना किसी नोटिस के स्मॉग टावर की पेमेंट को बंद कर दिया गया जिसके बाद से ही स्मॉग टावर बंद कर दिया गया, 2 साल तक इसको अपनी रिपोर्ट सबमिट करनी थी मगर बिना कैबिनेट के निर्णय के ही इसे बंद कर दिया गया। पंजाब के अंदर पराली जलना बंद हो गया मगर दिल्ली के आस पास की गतिवधियां ज्यादा इंपैक्ट डाल रही है, हवाएं तो अभी चल ही नही रही, दिल्ली के आस पास का इंपैक्ट इसी चीज से हो रहा है।।