टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (03 नवंबर 2023): राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई। जैसे ही हवा की गुणवत्ता बिगड़ी, राष्ट्रीय राजधानी के आसमान पर गहरी धुंध छा गई। दिल्ली में शुक्रवार को कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 346 दर्ज किया गया है, जो कि ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। दिल्ली के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। लोधी रोड इलाके में AQI 438, जहांगीरपुरी में 491, आरके पुरम इलाके में 486 और IGI एयरपोर्ट (टी 3) के आसपास 473 है।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने गुरुवार को सभी सरकारी और निजी प्राथमिक स्कूलों को अगले दो दिनों तक बंद रखने का आदेश दिया। साथ ही बिगड़ती वायु गुणवत्ता के मद्देनजर, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने गुरुवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तीसरे चरण को लागू कर दिया है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण पर सर गंगा राम अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ, डॉ. धीरेन गुप्ता ने कहा कि “प्रदूषण वयस्कों की तुलना में बाल आयु वर्ग को अधिक प्रभावित करने वाला है। एक बार जब आप गर्भावस्था में आ जाते हैं, तो इस बात की बहुत अधिक संभावना होती है कि बाद में अजन्मे नवजात शिशु को एलर्जी हो जाएगी। शैशवावस्था में, फेफड़ों और अन्य क्षेत्रों में रीमॉडलिंग होती है। इसका असर उनकी जिंदगी पर पड़ता है।
डॉ. धीरेन गुप्ता ने आगे कहा कि “आजकल हर सड़क स्मोकिंग जोन की तरह है। यह न केवल उन रोगियों को प्रभावित करता है जिन्हें एलर्जी है या अस्थमा है, बल्कि सामान्य लोग भी प्रभावित होते हैं। सुबह जल्दी या देर शाम को बाहर जाने से बचने की कोशिश करें क्योंकि उस समय प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक होता है। ज़्यादा से ज़्यादा, आप N95 मास्क पहन सकते हैं। हम कुछ उपाय कर सकते हैं ताकि हम इस प्रदूषण में योगदान न करें।”
बता दें कि वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’, और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।