विपक्षी नेताओं का बड़ा दावा- ‘स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स ने उनके फोन हैक करने की कोशिश की’

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (31 अक्टूबर 2023): आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, TMC नेता महुआ मोइत्रा, शिवसेना(UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस नेता शशि थरूर समेत कई विपक्ष के नेताओं ने मंगलवार को दावा किया है कि उनके फोन को हैक करने की कोशिश की गई है। साथ ही यह भी दावा किया है कि खुद ऐप्पल कंपनी ने मैसेज भेजकर चेतावनी दी है कि, “स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स उनके फोन से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं।” कई नेताओं ने एक्स पर इस चेतावनी भरे संदेश के स्क्रीन शॉट शेयर किया है। वहीं अब इस मामले में राजनीति गरमा गई है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि “पूरे विपक्ष के खिलाफ एप्पल का नोटिस आता है। यह मेरे कार्यालय में सभी लोगों को मिला है। कांग्रेस पार्टी में लिस्ट बनी हुई है। यह सारे किसी न किसी तरीके से इस मामले में शामिल हैं। आपका ध्यान कभी इधर, कभी उधर ले जाते हैं, आपके दिल में गुस्सा पैदा करते हैं और जब आपके अंदर नफरत आता है तब ये लोग इस देश का धन ले जाते हैं।”

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “ये बड़े दुख की बात है, सुबह ये जानकारी मिली और इस प्रकार का मैसेज कंपनी के माध्यम से आया है। मैसेज में बताया जा रहा है कि स्टेट की ओर से आपका फोन हैक किया जा रहा है। दुख की बात है कि लोकतंत्र में आजादी और निजता को भी ये खत्म करना चाहते हैं। जासूसी किस लिए? इसकी जांच होनी चाहिए।”

राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि “सरकार कहे कि ये अलर्ट गलत है। ये क्या हो रहा है? आक्रामक राजनीति के तहत डिजिटल दुनिया बना रहे हैं? आप देखना चाहते हैं कि कौन किससे बात कर रहा है, क्या बात कर रहा है? सरकार की ओर से सफाई आनी चाहिए, इसके लिए एक मंत्रालय भी है वे क्या कर रही है?”

शिवसेना(उद्धव ठाकरे गुट) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि “मेरे फोन पर कल रात वार्निंग आई है, मैं 15-20 साल से एप्पल इस्तेमाल कर रही हूं, कभी इस प्रकार का कोई मेल नहीं आया। ये एक गंभीर वार्निंग थी। उसमें साफ लिखा था कि स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स द्वारा किया गया है, ये केंद्र सरकार की ओर से प्रायोजित एक कार्यक्रम है। आज सुबह मुझे पता चला कि विपक्ष के कई नेताओं के पास ये मैसेज आया है। पेगासस को खारिज करने की पूरी कोशिश की गई। अडानी के भ्रष्टाचार के मुद्दे पर संसद में चर्चा नहीं हुई, उनको बचाने के लिए ये सब किया जा रहा है।”