आज भारत दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है: मन की बात में बोले पीएम मोदी

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (29 अक्टूबर 2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 106वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने वोकल फॉर लोकल का मंत्र दिया और कहा कि कुछ ही दिनों में दिवाली का त्योहार आने वाला है। मेरी देशवासियों से अपील है कि वो मेड इन इंडिया सामान ही खरीदें।

मन की बात के 106वें एपिसोड के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में खादी की रिकॉर्ड बिक्री हुई है। यहां कनॉट प्लेस में एक ही खादी स्टोर में, एक ही दिन में डेढ़ करोड़ रुपए से ज्यादा का सामान लोगों ने खरीदा। इस महीने चल रहे खादी महोत्सव में एक बार फिर बिक्री के अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।”

उन्होंने कहा कि हर बार की तरह इस बार भी हमारे त्योहारों में हमारी प्राथमिकता हो ‘वोकल फॉर लोकल’ और हम मिलकर उस सपने को पूरा करें, हमारा सपना है ‘आत्मनिर्भर भारत’। इस बार ऐसे प्रोडक्ट से ही घर को रोशन करें जिसमें मेरे किसी देशवासी के पसीने की महक हो, मेरे देश के किसी युवा का टैलेंट हो, उसके बनने में मेरे देशवासियों को रोज़गार मिला हो, रोजमर्रा की जिन्दगी की कोई भी आवश्यकता हो – हम लोकल ही लेंगे।

उन्होंने आगे कहा कि “आज भारत दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है। कई बड़े ब्रांड यहीं पर अपने प्रोडक्ट को तैयार कर रहे हैं। अगर हम उन प्रोडक्ट को अपनाते हैं, तो मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलता है, और, ये भी, ‘लोकल के लिए वोकल’ ही होना होता है, और हाँ, ऐसे प्रोडक्ट को खरीदते समय हमारे देश की शान यूपीआई डिजिटल पेमेंट सिस्टम से पेमेंट करने के आग्रही बनें, जीवन में आदत डालें, और उस प्रोडक्ट के साथ, या, उस कारीगर के साथ सेल्फी नमो ऐप पर मेरे साथ शेयर करें और वो भी मेड इन इंडिया स्मार्टफोन से।

पीएम मोदी ने कहा कि “31 अक्टूबर का दिन हम सभी के लिए बहुत विशेष होता है। इस दिन हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती मनाते हैं। हम भारतवासी, उन्हें कई वजहों से याद करते हैं और श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं। सबसे बड़ी वजह है कि देश की 580 से ज्यादा रियासतों को जोड़ने में उनकी अतुलनीय भूमिका।”

उन्होंने कहा कि “मैंने पिछले दिनों देश के हर गांव से, हर घर से मिट्टी संग्रह करने का आग्रह किया गया था। हर घर से मिट्टी संग्रह करने के बाद उसे कलश में रखा गया और फिर अमृत कलश यात्राएं निकाली गईं। देश के कोने-कोने से एकत्रित की गयी ये माटी, ये हजारों अमृत कलश यात्राएं अब दिल्ली पहुंच रही हैं। यहां दिल्ली में उस मिट्टी को एक विशाल भारत कलश में डाला और इस पवित्र मिट्टी से दिल्ली में ‘अमृत वाटिका’ का निर्माण होगा।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “31 अक्टूबर को एक बहुत बड़े राष्ट्रव्यापी संगठन की नींव रखी जा रही है और वो भी सरदार साहब की जन्मजयन्ती के दिन। इस संगठन का नाम मेरा युवा भारत यानी MYBharat है। MYBharat संगठन, भारत के युवाओं को राष्ट्रनिर्माण के विभिन्न आयोजनों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर देगा। आप सभी मेरे देश के बेटे-बेटी mybharat.gov.in पर रजिस्टर करें और विभिन्न कार्यक्रम के लिए साइन अप करें।”

उन्होंने कहा कि “मैं आपके साथ तमिलनाडु की गौरवशाली विरासत से जुड़े दो बहुत ही प्रेरक प्रयासों को साझा करना चाहता हूं। मुझे तमिल की प्रसिद्ध लेखिका बहन शिवशंकरी जी के बारे में जानने का अवसर मिला है। उन्होंने एक प्रोजेक्ट किया है- निट इंडिया, थ्रू लिटरेचर इसका मतलब है कि साहित्य से देश को एक धागे में पिरोना और जोड़ना।”

पीएम मोदी ने कहा कि “कन्याकुमारी के थिरु ए. के. पेरूमल जी का काम भी बहुत प्रेरित करने वाला है। उन्होंने तमिलनाडु के ये जो स्टोरी टेलिंग ट्रेडीशन है उसको संरक्षित करने का सराहनीय काम किया है। वे अपने इस मिशन में पिछले 40 सालों से जुटे हैं। इसके लिए वे तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में ट्रैवल करते हैं और फोक आर्ट फॉर्म्स को खोज कर उसे अपनी किताब का हिस्सा बनाते हैं।”

उन्होंने कहा कि “15 नवंबर को पूरा देश जनजातीय गौरव दिवस मनाएगा।’ यह विशेष दिन भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती से जुड़ा है। भगवान बिरसा मुंडा हम सब के ह्रदय में बसे हैं। सच्चा साहस क्या है और अपनी संकल्प शक्ति पर अडिग रहना किसे कहते हैं, ये हम उनके जीवन से सीख सकते हैं।”

पीएम ने कहा कि “30 अक्टूबर को गोविन्द गुरु जी की पुण्यतिथि भी है। हमारे गुजरात और राजस्थान के आदिवासी और वंचित समुदायों के जीवन में गोविन्द गुरु जी का बहुत विशेष महत्व रहा है। गोविन्द गुरु जी को भी मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। नवंबर महीने में हम मानगढ़ नरसंहार की बरसी भी मनाते हैं। मैं उस नरसंहार में, शहीद मां भारती की, सभी संतानों को नमन करता हूं।” उन्होंने आगे कहा कि “भारतवर्ष में आदिवासी योद्धाओं का समृद्ध इतिहास रहा है। देश अपने आदिवासी समाज का कृतज्ञ है, जिन्होंने राष्ट्र के स्वाभिमान और उत्थान को हमेशा सर्वोपरि रखा है।”

उन्होंने कहा कि “इस समय देश में स्पोर्ट्स का भी परचम लहरा रहा है। पिछले दिनों एशियन गेम्स के बाद पैरा एशियन गेम्स में भी भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की है। इन खेलों में भारत ने 111 मेडल जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है। मैं पैरा एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाले सभी एथलीटों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।”

पीएम मोदी ने कहा कि “आप सभी ने गुजरात के तीर्थक्षेत्र अंबाजी मंदिर के बारे में तो अवश्य ही सुना होगा। यहां गब्बर पर्वत के रास्ते में आपको विभिन्न प्रकार की योग मुद्राओं और आसनों की प्रतिमाएं दिखाई देंगी । क्या आप जानते हैं कि इन प्रतिमाओं की खास क्या बात है ? दरअसल ये Scrap से बने Sculpture हैं, एक प्रकार से कबाड़ से बने हुए और जो बेहद अद्भुत हैं।”

उन्होंने कहा कि “जब भी स्वच्छ भारत और ‘वेस्ट टू वेल्थ’ की बात आती है, तो हमें देश के कोने-कोने से अनगिनत उदाहरण देखने को मिलते हैं। असम के कामरूप मेट्रोपॉलिटन डिस्ट्रिक्ट अक्षर फोरम इस नाम का एक स्कूल बच्चों में,सतत विकास (Sustainable Development) की भावना भरने का, संस्कार का, एक निरंतर काम कर रहा है।”