नई दिल्ली – 20 अक्टूबर 2023: ईपीसीएच ने 20 से 23 अक्टूबर, 2023 तक हांगकांग मेगा शो पार्ट-1 मेले में एक विशेष इंडिया पवेलियन की स्थापना की। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने सूचित किया ईपीसीएच इंडिया पवेलियन का उद्घाटन सतवंत खनालिया, भारत की महावाणिज्यदूत, हांगकांग, रेन्जिना मैरी वर्गीस, वाणिज्यदूत (वाणिज्य), राजेश जैन, सदस्य – सीओए और अन्य भारतीय प्रदर्शकों की उपस्तिथि में हुआ I
सतवंत खनालिया, भारत की महावाणिज्य दूत, हांगकांग ने उद्घाटन करते हुए भारतीय हस्तशिल्प को विश्व बाजारों में लाने और देश से हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने के लिए परिषद के प्रयासों की सराहना की। सीजीआई ने सदस्य प्रतिभागियों के साथ भी बातचीत की और भविष्य के व्यापार प्रचार में सभी समर्थन का आश्वासन दिया।
दिलीप बैद, अध्यक्ष – ईपीसीएच ने कहा कि मेगा शो सीरीज़ आईएचजीएफ दिल्ली मेले के बाद हर अक्टूबर में हांगकांग में एशियाई निर्मित उत्पादों के लिए प्रमुख शोकेस और सोर्सिंग हब रही है। अपने 30वें संस्करण में प्रवेश करते हुए, भाग 1 सत्र एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उपहार और प्रीमियम, घरेलू सामान, जीवन शैली उत्पाद, खिलौने और शिशु उत्पाद, क्रिसमस और उत्सव की आपूर्ति के साथ-साथ खेल के सामान का प्रदर्शन करने के लिए एशिया और दुनिया भर के प्रदर्शकों की मेजबानी करेगा।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने बताया कि परिषद हांगकांग मेगा शो पार्ट-1 में विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) कार्यालय द्वारा प्रतिनियुक्त मास्टर क्राफ्टपर्सन के साथ 14 सदस्य निर्यातकों के साथ भाग ले रही है।। प्रदर्शकों को आर्टमेटलवेयर, ग्लासवेयर, सिरेमिक सजावट, होम टेक्सटाइल्स, एप्रन, क्रिसमस लेख, कलमकारी पेंटिंग आदि सहित अपने विशिष्ट उत्पादों के प्रदर्शन पर खरीदारों से सकारात्मक व्यावसायिक प्रतिक्रिया की उम्मीद है। वर्मा ने आगे बताया, परिषद आगामी आईएचजीएफ दिल्ली फेयर स्प्रिंग, 2024 के प्रचार के लिए रोड शो भी कर रही है।
ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि और होम,जीवनशैली,कपड़ा, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण के उत्पादन में लगे क्राफ्ट क्लस्टर के लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड इमेज बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 30019.24 करोड़ रुपये (3728.47 मिलियन डॉलर) रहा।