टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (17/10/2023): गंगाजल पर केंद्र की मोदी सरकार ने टैक्स लगा दिया है। इसे लेकर विपक्ष लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने एक स्पष्टीकरण जारी कर कहा है कि गंगा नदी का जल जीएसटी से मुक्त है। सरकार ने इसपर किसी भी तरह का शुल्क नहीं लगाया है। गंगाजल पर जीएसटी लगाने की खबरें आने और विपक्षी कांग्रेस पार्टी द्वारा इसे लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलने के बाद सीबीआईसी ने अब यह स्पष्टीकरण जारी किया है।
गंगाजल पर जीएसटी का मामला गरमाता जा रहा है। कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिनको मां गंगा ने बुलाया था, उन्होंने मां गंगा को भी नहीं बख्शा। बात गंगाजल पर 18% GST की है। जब कांग्रेस को इस बारे में पता चला तो हमने इस बात का हर तरह से विरोध किया और एक बार फिर कांग्रेस ने मोदी सरकार को मजबूर किया कि उनको यह गलत फैसला वापस लेना पड़ा।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि BJP के प्रवक्ताओं, ट्रोल आर्मी और उनके फेक न्यूज सरगना ने कहा कि ‘गंगाजल पर कोई GST नहीं है, क्योंकि वो पूजा सामग्री में आता है।’ मीडिया ने भी इस झूठ को सच मानकर चला दिया, जबकि मोदी सरकार, BJP प्रवक्ता और उनके लोग झूठ बोल रहे थे। गंगाजल पर 18% GST लगाया गया था और ये कहना कि उस पर GST नहीं था- ये कोरा झूठ है।
सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मोदी सरकार ने 2016 में ‘आपके द्वार गंगाजल योजना’ शुरू की थी। इसका उद्देश्य लोगों को गंगाजल उपलब्ध करवाने के साथ ही डाकघर की आमदनी बढ़ाना था। पहले 250 ml की बोतल 30 रुपए में बिक रही थी, लेकिन 18% GST लगने के बाद इसकी कीमत 35 रुपए हो गई थी। इसकी जानकारी 18 अगस्त को India Post ने ट्वीट से दी थी, जिसमें साफ लिखा था कि 30 रुपए की बोतल पर 18% GST लगेगा। लेकिन जब कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया, तो मोदी सरकार ने जल्दबाजी में अपना निर्णय बदल दिया।।