पवन सहरावत के सम्मान समारोह में शामिल हुए दिल्ली सीएम, कहा- ‘पवन ने देश, दिल्ली और अपने गांव का नाम किया रोशन’

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (15 अक्टूबर 2023): ग्रामीण दिल्ली के रहने वाले कबड्डी खिलाड़ी पवन सहरावत ने अपनी कप्तानी में भारत को एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल दिलाया है। उनके सम्मान के लिए आज यानी रविवार को बवाना में सम्मान समारोह आयोजित किया गया है। इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए। इस मौके पर उनके साथ परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज मैं अपने छोटे भाई पवन का सम्मान करने आया हूँ।पवन ने देश, दिल्ली और अपने गांव का नाम रोशन किया है।मुख्यमंत्री होने के नाते मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सरकार की पॉलिसी के तहत पवन भाई को ₹1 करोड़ की सम्मान राशि दी जाएगी। दिल्ली के 7 खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स में पदक जीते हैं। जल्द ही सभी के सम्मान के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। हम एक ऐसी पॉलिसी बनाएंगे कि बाकी राज्य कहेंगे कि पॉलिसी हो तो दिल्ली जैसी।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 7 साल में शायद ही किसी सरकार ने स्पोर्ट्स पर इतना काम किया होगा। उन्होंने बताया कि प्ले एंड प्रोग्रेस पॉलिसी के माध्यम से हम 13–14 साल से कम उम्र के बच्चों को साल में ₹2-3 लाख देते हैं, जिससे हुनर वाले बच्चों को कोचिंग और डाइट पर मदद मिल पाए। साथ ही उन्होंने बताया कि मिशन एक्सीलेंस के माध्यम से हम नेशनल फ्रंट पर कोई मेडल लाए तो ₹16 लाख रुपए देकर इंटरनेशनल के लिए तैयार करते हैं।

केजरीवाल ने बताया कि गांव देहात में सुविधा बनाई गई। ₹16 करोड़ में बवाना स्टेडियम का नवीनीकरण किया गया। नजफगढ़ में नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार है। कैर, मुंडेला में नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार है। पूठकलां में सिंथेटिक कोर्ट तैयार है। प्रह्लादपुर में नया स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनकर तैयार है। कटेवड़ा में Sanction हो गया, जल्द ही बन जाएगा। झारोड़ा कलां, मितरांव, समस्तपुर में बनकर तैयार हो रहा है और बहुत प्लानिंग है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 1800 कच्ची कॉलोनियां हैं। सरकार बनने से पहले 884 कॉलोनियों में पानी की व्यवस्था थी। अब सभी कॉलोनियों में पानी की व्यवस्था कर दी। 230 कॉलोनियां में सीवर था। अब 750 कॉलोनियों में है। 262 कॉलोनियों में सडक़े थी। अब 850 कॉलोनियों में सड़के बना दी। 1 साल के अंदर सभी कच्ची कॉलोनियों में बाकी का काम भी पूरा कर दिया जाएगा।।