टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (06/10/2023): लोकसभा चुनाव 2024 से पहले बिहार सरकार द्वारा जाति जनगणना का रिपोर्ट सार्वजनिक कर दिया गया है। जाति जनगणना की रिपोर्ट आने के बाद विपक्ष लगातार बिहार के नीतीश सरकार पर हमलावर है, तो वहीं अब जदयू के सांसद सुनील कुमार पिंटू ने भी जातिगत जनगणना पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि जो रिपोर्ट आई है, उसमें तेली और साहू समाज की जो गिनती की गई है वह बेहद कम है।
सुनील कुमार पिंटू ने टेन न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि मैं जाति जनगणना की रिपोर्ट पर सवाल नहीं उठा रहा हूं, बल्कि मैं यह जानना चाहता हूं कि हमारे जो तेली और साहू समाज है उसकी गिनती काम क्यों दिखाई गई है। सुनील कुमार पिंटू ने जाति जनगणना की रिपोर्ट को गलत बताते हुए कहा कि सरकार को अपनी स्थिति साफ करनी चाहिए। सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि मैं तेली और साहू समाज का संयोजक हूं हमारे समाज के तमाम लोगों का फोन आ रहा है कि उनके टोल और कस्बे में जाकर कोई भी जाति जनगणना नहीं की गई है। कई ऐसे इलाके हैं जहां सर्वे के टीम नहीं पहुंची जिसके कारण जो रिपोर्ट है वह गलत है। सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट में तेली साहू समाज की तादाद 2.81 % बताई गई है यह पूरी तरह से गलत है।
सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि तेली और साहू समाज को 2.81% बताया गया है, जो कि वर्तमान में कई गुना ज्यादा है। हम मांग करते हैं कि बिहार में तेली और साहू समाज की जनगणना फिर से कराई जाए।पिंटू ने कहा कि आठ तारीख को पटना में तेली साहू समाज की बैठक बुलाया हूं। पूरे बिहार के तेली और साहू समाज के लोग इसमें आएंगे इसके बाद हम लोग एक मीटिंग करेंगे और अपना ज्ञापन नीतीश कुमार को सौंपेंगे।
सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि हमारा कोई भी इरादा गलत नहीं है हम सरकार की जनगणना प्रणाली पर सवाल नहीं उठा रहे हैं लेकिन हम अपने समाज की बात जरुर उठाएंगे। बिहार में जातिगत जनगणना कराई गई है बिहार सरकार अभी से सार्वजनिक कर दी है क्या पूरे हिंदुस्तान में जाति जनगणना होनी चाहिए इस पर सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि यह पार्टियों का फैसला है मुझे इसपर कुछ नहीं कहना है।