बीजेपी नेता ने AAP सांसद पर अवैध निर्माण में संलिप्तता का लगाया आरोप, निष्पक्ष जांच की मांग

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (06/10/2023): दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली नगर निगम की आड़ में हौज खास इलाके में अवैध निर्माण को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने खुलासा किया है कि एमसीडी की आड़ में दिल्ली के हौज खास में एक बड़ा अवैध निर्माण चल रहा है। सचदेवा ने आरोप लगाया कि इस अवैध निर्माण में आम आदमी पार्टी के बड़े सांसद संलिप्त हैं।

सचदेवा ने कहा कि जिनमें आम आदमी पार्टी के नेताओं, विधायकों एवं पार्षदों के संरक्षण में व्यापक अवैध निर्माण हो रहा है। यदि कोई अधिकारी उस पर कार्रवाई करने की बात करता है तो आम आदमी पार्टी के विधायक एवं पार्षद उस निगम अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकार मामले को गुमराह करने की कोशिश करते हैं जैसा कि हम पटेल नगर के एक निगम पार्षद को यह करते हुये पूर्व में देख चुके हैं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हौजखास गांव के मकान नं.-2, जो ग्रीन पार्क नगर निगम वार्ड के अंतर्गत आता है। जिसमें आम आदमी पार्टी की दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय की भूमिका की जांच की आवश्यकता है। यह एक 800 गज का प्लाट है जिसके 120 गज के हिस्से से अभी जून, 2023 तक एक आम आदमी पार्टी सांसद के परिवार का एक व्यापारिक प्रतिष्ठान चलता रहा है।

सचदेवा ने कहा कि जून, 2023 में इस 120 गज के हिस्से में अवैध निर्माण शुरू हुआ और क्योंकि यह सम्पत्ति संरक्षित मोनुमैंट हौजखास के 115 मीटर के दायरे में आती है, जोकि रेगुलेटेड क्षेत्र है और यहां किसी भी प्रकार का निर्माण वर्जित है। जून माह में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ए.एस.आई.) ने दिल्ली नगर निगम को पहला पत्र 6 जून, 2023 को खिलकर इस निर्माण को रोकने के लिये निर्देश दिया।

ए.एस.आई. के पत्र के बाद दिल्ली नगर निगम के दक्षिणी क्षेत्र के भवन विभाग ने निर्माण को रोकने के अनेकों प्रयास किये किन्तु जब वह नहीं रोक पाये तो 27 जुलाई एवं 8 अगस्त को दो बार वर्क स्टोप नोटिस दिये गये। हमारी जानकारी के अनुसार जितनी बार नगर निगम काम रूकवाने की कोशिश करता था या नोटिस देता था उतनी बार क्षेत्रीय विधायक सोमनाथ भारती एवं निगम पार्षद सरिता फोगाट अधिकारियों पर काम न रोकने का दबाव बनाते थे, तबादले की चेतावनी देते थे। सचदेवा ने कहा कि संबंधित अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया है कि उसको कहा गया कि यदि इसमें हस्ताक्षेप करोगे तो अगला फोन मुख्यमंत्री आवास से आयेगा और तब भी नहीं मानोगे तो पंजाब पुलिस से फर्जी केस में फंसा दिए जाओगे। इस बीच अगस्त, 2023 में खुद दिल्ली सरकार के तहसीलदार, हल्का पटवारी ने ए.एस.आई. और दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों के साथ जाकर इस सम्पत्ति का निरीक्षण किया और इसे अवैध पाया।

जब नगर निगम ने पुलिस की मदद से अवैध निर्माण को तोड़ना शुरू किया तो आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हीं नहीं पार्षद सरिता फोगाट ने भी नगर निगम के विरूद्ध नारेबाजी की। इस मामले में यह जांच आवश्यक है कि इस मकान नं.-2, हौज खास गांव के 120 गज के टुकड़े का असल मालिक कौन है – क्योंकि जून, 2023 में निर्माण शुरू होने से पूर्व एक आम आदमी पार्टी सांसद के परिवार का व्यापार यहां से चलता था

जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने अवैध निर्माण के विरूद्ध प्रदर्शन किया और अधिकारियों पर दबाव डाला उससे यह स्पष्ट है कि इस निर्माण से आम आदमी पार्टी को लगाव है, यह उसके किसी नेता के संरक्षण में हो रहा है। स्थिति को दखते हुये यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि इस सम्पत्ति से एक आम आदमी पार्टी सांसद का जुड़ाव है। इस निर्माण पर कार्रवाई शुरू होते हीं जिस तरह आम आदमी पार्टी से जुड़े कुछ बड़े वकील निगम कानून अनुसार ए.टी.एम.सी.डी. में न जाकर इस मामले को सीधा हाई कोर्ट ले गये हैं वह दर्शाता है कि यह एक हाई प्रोफाइल मामला है।

हौज खास गांव के अवैध निर्माण पर कार्रवाई होते ही जिस तरह मेयर शैली ओबेरॉय ने क्षेत्रीय अधिकारी के तबादले के लिये निगम आयुक्त को पत्र लिखा है उससे यह स्पष्ट है कि यह एक वी.आई.पी. अवैध निर्माण का मामला है। दिल्ली में निर्माण, अवैध निर्माण लगातार चल रहा है पर इस तरह कोई महापौर पत्र लिखकर शायद ही कभी हस्तक्षेप किया हो।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि हम आम आदमी पार्टी नेताओं द्वारा दिल्ली नगर निगम अधिकारियों पर अनैतिक दबाव डाले जाने की कड़ी निंदा करते हैं और मांग करते हैं कि इस अवैध निर्माण को पूरा तोड़ा जाए एवं इस भवन को सील कर पहले इसके स्वामित्व की जांच हो।।