टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (2 अक्टूबर 2023): सत्य साईं ऑडिटोरियम, लोधी इंस्टीट्यूशनल एरिया में आयोजित भारतीय धरोहर के वार्षिक सम्मान समारोह सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जूना अखाड़ा ,हरिद्वार, उत्तराखंड के महामंडलेश्वर पूज्य संत स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज उपस्थित रहे। उन्होंने इस पवित्र अवसर पर आत्मीय वात्सल्य और आध्यात्मिक ज्ञान साझा किया।
इस सम्मान समारोह में दिवंगत इतिहासकार गुरुदत् को वर्ष 2019 के लिए और प्रख्यात विद्वान प्रो. कपिल कपूर को वर्ष 2020 के लिए सम्मानित किया गया। गुरुदत्त जी के पौत्र उनके सम्मान में पुरुस्कार लेने पहुंचे थे।
उपन्यासकार गुरुदत्त की जीवनी पर आधारित उनके विचारों को सभी ने अपने संबोधन में प्रस्तुत किया। गुरु दत्त की जीवनी पर प्रकाश डालने और उनकी किताबों को पढ़ने से लोगों को भारतीय इतिहास के अनजानी बातें जानने का मौका अवश्य मिलेगी। उन्होंने दो सौ से अधिक उपन्यास लिखकर अपार ख्याति अर्जित की।
गुरु दत्त की किताबें न केवल उनके जीवन की रोचक घटनाओं को स्पष्ट करती हैं, बल्कि वे उन चीज़ों पर भी प्रकाश डालती है जिनके बारे में लोग गलत धारणा रखते हैं। उनकी किताबों से पढ़कर लोगों में जागरूकता फैल रही है, कि भारतीय इतिहास में कितनी गहराईयों तक जानकारी छुपी हुई है।
गुरु दत्त की यह किताबें न केवल पढ़ाई के लिए प्रेरित कर रही हैं, बल्कि समाज में सही जानकारी फैलाने के लिए भी महत्वपूर्ण रोल निभा रही हैं। इससे न केवल युवा बल्कि सभी वर्गों के लोगों में सही ज्ञान की प्रेरणा हो रही है, जिससे उन्हें अपने देश के इतिहास और संस्कृति के प्रति अधिक समर्पितता महसूस हो सके। इस प्रकार, गुरु दत्त की किताबों से न केवल शिक्षा की दिशा में बल्कि भारतीय इतिहास के प्रति भी जागरूकता फैलाने में सहायता मिल रही है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस प्रकार की किताबें और लेखन करने वाले लोग आगे भी ऐसे महत्वपूर्ण विषयों पर रोशनी डालते रहेंगे।
यह समारोह भारतीय सांस्कृतिक धरोहर के महत्व को साक्षात्कार करने का एक शानदार मौका था। समारोह में शामिल सभी व्यक्तित्वों ने भारतीय संस्कृति और धरोहर के प्रति अपनी गहरी श्रद्धांजलि अर्पित की और इसे और भी विकसित करने का संकल्प जताया।।