महिला आरक्षण बिल को लेकर चर्चा तेज, पक्ष-विपक्ष के नेताओं का बयान

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (19 सितंबर 2023): केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में सोमवार को महिला आरक्षण बिल को मंजूरी मिल गई है। महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दिए जाने पर सत्ता पक्ष और विपक्ष से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

महिला आरक्षण बिल पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि “हम चाहते हैं कि महिला आरक्षण बिल जल्द से जल्द लाया जाए और पारित किया जाए। महिला आरक्षण बिल की शुरुआत यूपीए और खासकर मैडम सोनिया गांधी ने की थी। इसमें इतना समय लग गया, लेकिन अगर इसे पेश किया जाए तो हमें खुशी होगी।”

तो वहीं राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि “कैबिनेट बैठक में कोई ब्रीफिंग नहीं हुई। महिला आरक्षण बिल को लेकर अगर सरकार की नीयत साफ है तो हम इसमें और स्पष्टता चाहते हैं। लालू यादव के समय से हमारी पार्टी का मानना है कि अगर आपका विचार प्रतिनिधित्व बढ़ाने का है तो यह तब तक संभव नहीं है जब तक आप एससी, एसटी और ओबीसी की महिलाओं के लिए कोटा नहीं देते। कोटे के भीतर एक कोटा होना जरूरी है। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो हमें सामाजिक न्याय पर लंबी लड़ाई लड़नी पड़ेगी।”

महिला आरक्षण बिल पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का ने कहा कि “यह बिल बहुत पहले लाया जाना चाहिए था। यह 2014 में भाजपा के घोषणापत्र में था, लेकिन मोदी सरकार के 9.5 साल बाद यह हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि इससे महिलाएं सही तरीके से सशक्त होंगी। मुझे उम्मीद है कि बिल यथाशीघ्र पारित हो जाएगा। मुझे उम्मीद है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में यह बिल लागू होगा और 33% महिलाएं निर्वाचित होकर देश के विकास में हिस्सा लेंगी।”

आपको बता दें कि महिला आरक्षण बिल 2010 में राज्यसभा द्वारा पारित कर दिया गया था। लेकिन लोकसभा में पारित नहीं हो पाने के कारण यह बिल रद्द हो गया था।