टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (16 सितंबर 2023): अगर आपके फोन पर भी इमरजेंसी अलर्ट का मैसेज आया है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। कल यानी शुक्रवार दोपहर 1.30 बजे कई स्मार्टफोन्स पर एक इमरजेंसी मैसेज आया है जिसे Emergency Alert: Severe का नाम देखा गया है। इस मैसेज को देखकर लोग परेशान हो गए हैं और उन्हें लग रहा है कि कहीं कोई इमरजेंसी तो नहीं हो गई है। लेकिन ऐसा नहीं है। इस मैसेज के पीछे का कारण क्या है, आइए जानते हैं।
इमरजेंसी अलर्ट मैसेज में लिखा था, “यह भारत सरकार के दूरसंचार विभाग द्वारा सेल ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम के जरिए भेजा गया एक सैंपल टेस्टिंग मैसेज है। कृपया इस मैसेज को अनदेखा करें क्योंकि आपकी ओर से किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है। यह मैसेज नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी द्वारा इम्प्लीमेंट किए जा रहे पैन-इंडिया इमरजेंसी अलर्ट सिस्टम को टेस्ट करने के लिए भेजा गया है। इसका उद्देश्य पब्लिक सुरक्षा और इमरजेंसी के दौरान अलर्ट उपलब्ध काराना है।”
इस अलर्ट को इमरजेंसी अलर्ट प्रोसेस को चेक करने के लिए भेजा गया है। यह एक टेस्ट मैसेज है। मैसेज पर भी यह साफ लिखा है कि यह एक टेस्ट सैंपल मैसेज है। टेलिकॉम डिपार्टमेंट ने कहा है कि अलग-अलग मोबाइल ऑपरेटरों और सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम की इमरजेंसी अलर्ट ब्रॉडकास्टिंग क्षमता को चेक करने के लिए यह टेस्टिंग समय-समय पर देश भर के अलग-अलग क्षेत्रों में किए जाएंगे।
DoT के अनुसार, सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो सरकार को किसी क्षेत्र के सभी मोबाइल डिवाइसेज पर डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए अहम और टाइम-सेंसिटिव मैसेज भेजने की अनुमति देती है। सरकार ने कहा कि अलर्ट प्रोसेस यह सुनिश्चित करता है कि आवश्यक इमरजेंसी डिटेल्स ज्यादा से ज्यादा लोगों तक समय पर पहुंचे। इसका इस्तेमाल सरकारी एजेंसियों और इमरजेंसी सर्विसेज द्वारा जनता को संभावित खतरों के बारे में सूचित करने और उन्हें सूचित रखने के लिए किया जाता है। सेल ब्रॉडकास्ट का इस्तेमाल आमतौर पर इमरजेंसी अलर्ट देने के लिए किया जाता है जिसमें सुनामी, अचानक बाढ़ आना, भूकंप आदि जैसे शामिल हैं।।