टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (13 सितंबर 2023): संसद का विशेष सत्र के शुरू होने से महज पांच दिन पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर ट्वीट कर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ़ एक व्यक्ति को छोड़कर किसी को भी इस विशेष सत्र के एजेंडे की जानकारी नहीं है। पिछले प्रत्येक अवसर पर जब विशेष सत्र या विशेष बैठकें आयोजित की जाती थी, तो कार्य सूची पहले से तय होती थी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट में कहा है, “आज 13 सितंबर है। संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र आज से पांच दिन बाद शुरू होगा। सिर्फ़ एक व्यक्ति (शायद वो दूसरे को भी) को छोड़कर किसी को भी इस विशेष सत्र के एजेंडे की जानकारी नहीं है। पिछले प्रत्येक अवसर पर, जब विशेष सत्र या विशेष बैठकें आयोजित की जाती थीं, तो कार्य सूची पहले से तय होती थी।”
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने विशेष सत्रों की लिस्ट भी शेयर किया है, जिसमें सत्र और विवरण शामिल हैं। पहला 26 नवंबर, 2019 – संविधान की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सेंट्रल हॉल में विशेष बैठक। दूसरा 30 जून, 2017 – GST लागू करने के लिए आधी रात को सेंट्रल हॉल में संयुक्त विशेष सत्र। तीसरा 26 और 27 नवंबर, 2015 – संविधान दिवस मनाने के लिए विशेष बैठक। चौथा 13 मई, 2012 – राज्यसभा और लोकसभा की पहली बैठक की 60वीं वर्षगांठ मनाने के लिए विशेष बैठक।
उन्होंने आगे कहा कि पांचवां 22 जुलाई, 2008 – वामपंथी पार्टियों द्वारा UPA-1 सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद विश्वास मत के लिए लोकसभा का विशेष सत्र। छठा 26 अगस्त, 1997 से 1 सितंबर, 1997 तक – भारत की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगांठ मनाने के लिए विशेष सत्र। सातवां 3 जून, 1991 से 4 जून, 1991 तक – अनुच्छेद 356(3) के प्रावधान के तहत हरियाणा में राष्ट्रपति शासन की मंजूरी के लिए राज्य सभा का दो दिनों का (158वां सत्र) विशेष सत्र। आठवां 28 फ़रवरी, 1977 से 1 मार्च, 1997 तक – अनुच्छेद 356(4) के दूसरे प्रावधान के तहत तमिलनाडु और नागालैंड में राष्ट्रपति शासन के विस्तार के लिए दो दिनों का राज्यसभा का विशेष सत्र।
आपको बता दें संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। वहीं कांग्रेस केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार से विशेष सत्र के लिए एजेंडा सार्वजनिक करने की मांग कर रही है।।