टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली, (12/09/2023): बीजेपी नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सोनिया गांधी से पार्टी की ओर से कई सवाल पूछे गए हैं। सनातन के अपमान पर सोनिया गांधी क्यों खामोश हैं। डीएमके के शिक्षा मंत्री ने जो कहा उसपर ये सारे विपक्ष चुप क्यों है। वोट बैंक के लिए दूसरों के धर्म पर चुप्पी साध लेते हैं। लेकिन सनातन का अपमान करने से ये लोग बाज नहीं आते। सनातन विरोध ही तथाकथित घमंडिया गठबंधन का संकल्प है।
बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि डीएमके के शिक्षा मंत्री पोनमुडी की टिप्पणी सामने आई है। अंग्रेजी में एक कहावत है ‘द कैट इज आउट ऑफ द बैग’ उन्होंने जो सोचा था वह स्पष्ट हो गया है। INDIA गठबंधन का गठन सनातन का विरोध करने और खत्म करने के लिए किया गया है। उन्होंने यह बात उसी ‘सनातन धर्म विरोधी’ कार्यक्रम में कही, जहां सीएम स्टालिन के बेटे ने सनातन की तुलना डेंगू, मलेरिया से की थी।
सनातन को लेकर ए राजा ने इसे “एड्स से भी बदतर” कहा था उनका छिपा हुआ एजेंडा वोट बैंक की राजनीति करना है। मैं कांग्रेस पार्टी और इस गठबंधन से पूछता हूं। क्या उन्हें किसी अन्य धर्म के देवताओं की आलोचना करने का अधिकार है? क्या उनमें साहस है? क्या वे ऐसा कर सकते हैं? वे अन्य धर्मों पर चुप रहते हैं लेकिन खुले तौर पर सनातन का विरोध करते हैं।
सनातन विरोध के बयान पर सोनिया गांधी की चुप्पी पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मौन का मतलब है की सोनिया गांधी सनातन विरोध का समर्थन करती हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी वही पार्टी है जो राम मंदिर का विरोध किया था। तीन तलक का भी कांग्रेस ने जमकर विरोध किया था। विकास की बात करेंगे और विरासत की भी बात करेंगे।
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि “मेरे क्षेत्र के बगल में नालंदा विश्वविद्यालय है जिसका चित्र राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रि भोज में लगाया था और दिखाया गया कि भारत की ज्ञान परंपरा क्या थी। बख्तियार खिलजी ने उसे जलाया था और वह 6 महीने तक जलता रहा। वहां हमला करने वाले बख्तियार खिलजी के नाम पर बख्तियारपुर है। उसका नाम बदलने में नीतीश कुमार का समर्थन जरूरी है लेकिन वोट बैंक के लिए वे ये भी नहीं करेंगे।।