टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (07 सितंबर 2023): शिक्षक दिवस के खास मौके पर हम सभी अपने आदरणीय शिक्षकों के प्रति आदर और सम्मान व्यक्त करते हैं। शिक्षक हमारे जीवन में ज्ञान की राह दिखाते हैं और हमें बेहतर व्यक्ति बनाने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। शिक्षक दिवस के ख़ास मौके पर अदिलीला फाउन्डेशन के फाउंडर और राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस.आदिनारायण ने ‘गुरु ब्रह्मोत्सव’ का आयोजन किया । इस मौके पर कई अतिथिगण भी मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत राज्यसभा सदस्य आर. कृष्णैया ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापर मंडल के अध्यक्ष संजय जैन ; उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापर मंडल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित अग्रवाल ; महासचिव , सुधीर पोरवाल; सचिव राहुल भाटिया ; उपाध्यक्ष फूल सिंह यादव मौजूद रहे । साथ ही मुख्य अतिथि के रूप में हिंदुस्तान स्काउट्स एवं गाइड के राष्ट्रीय आयुक्त विनोद कुमार विधूड़ी; टेन न्यूज नेटवर्क के फाउंडर गजानन माली ; बीजेपी के राष्ट्रीय संयोजक राजेश शर्मा ; सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यकर्ता उमेश शर्मा; प्रमुख लेखक विजय प्रसाद ; संस्थापक, चांसलर, इंदिरा गांधी प्रौद्योगिकी और भारतीय विश्वविद्यालय परिसंघ मेडिकल साइंसेज यूनिवर्सिटी अरुणाचल प्रदेश और द ग्लोबल ओपन यूनिवर्सिटी नागालैंड; समेत कई गणमान्य अतिथियों ने इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।
मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद टेन न्यूज नेटवर्क के फाउंडर गजानन माली ने अपने संबोधन में कहा कि ,” सबसे पहले हमारे गुरु माता-पिता होते हैं। उसके बाद हमारे गुरु शिक्षक होते हैं उसके बाद हमारे स्कूल के दोस्त होते हैं क्योंकि उनसे भी हम रोज कुछ ना कुछ सीखते हैं। और जब आगे जाते हैं तो हमारे कॉलेज के मित्र और प्रोफेसर हमारे गुरु होते हैं और जब हम अपने प्रोफेशन में आ जाते हैं वहां के सराउंडिंग से बहुत कुछ सीखते हैं तो जिंदगी में हमारे बहुत गुरु होते हैं। ”
साथ ही उन्होंने कहा कि, “अदिलीला फाउन्डेशन समाज के लिए बहुत ही अच्छा काम कर रहा है, मैं निवेदन करता हूं कि हमारी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए भारतीय नृत्य पर जोर दिया जाना चाहिए। ”
हिंदुस्तान स्काउट्स एवं गाइड के राष्ट्रीय आयुक्त विनोद कुमार विधूड़ी ने शिक्षक दिवस के मौके पर बताया कि, ” हमारी पहली गुरु हमारी मां होती है जो हमें पहली शिक्षा देती है। फिर हमारे शिक्षक होते हैं उसके बाद जीवन में हर दिन शिक्षा मिलती है। शिक्षा और ज्ञान यह दोनों को लेकर जो आप अंधकार से प्रकाश की तरफ चलते हैं, उन गुरुओं को याद करने का आज पवित्र दिन है। मुझे लगता है कि यह एक उत्सव का दिन है, इस दिन हम सभी लोगों को आगे बढ़ाने के हर कदम में जिसने मेरा सहयोग किया है, मैं उन सब गुरुओं को वंदन नमन करता हूं। अगर चाणक्य नहीं होते तो हम इस भारत वर्ष की कल्पना नहीं कर सकते, वेदव्यास ना होते तो आज जिस संस्कृति को हम यहां गर्व से खड़े होकर कहते हैं नहीं कह पाते। ”
विशिष्ठ अतिथि के तौर पर आमंत्रित बीजेपी के राष्ट्रीय संयोजक राजेश शर्मा ने कहा कि , ” जिंदगी हमारी सबसे बड़ी शिक्षक है, यह रोज परीक्षा लेती है हम लोग रोज एक दूसरे से सीखते हैं पढ़ते हैं और आगे बढ़ते हैं। सबसे महत्वपूर्ण चीज है जो एक कच्ची मिट्टी को अगर ढाल कर एक घड़ा बनाते हैं वो एक टीचर ही है। एक शिक्षक को जितना धन्यवाद कहा जाए उतना कम है। शिक्षक एक दीपक की तरह होता है जो खुद जलता है और चारों तरफ रोशनी फैलाता है। अगर इंसान कुछ भी बड़ा काम किया हो उसमें शिक्षक की अहम भूमिका होती है, उसका इंस्पिरेशन होता है उसका कॉन्फिडेंस होता है । शिक्षक के बारे में कितनी चीजें कही जाए कम है। एक पत्थर को हथौड़े से तराशा जाता है वैसे ही शिक्षक के द्वारा बच्चों को तरासा जाता है और यह एक शिक्षक की पहचान है। ”
मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित लेखिका तथा शिक्षिका डॉ प्रिया रंजन त्रिवेदी ने बताया कि, ” बच्चों में संस्कार उनके आसपास के लोगों से आता है। उनके आसपास में उनके अभिभावक शिक्षक और दोस्त होते हैं। जिन्हें वह ग्रहण करते हैं। क्योंकि जब कोई एक रास्ते पर चलता है तो वह पगडंडी बन जाता है फिर हम जिस रास्ते पर चलेंगे बच्चे भी उसी रास्ते को अपनाएंगे और वही बच्चों के साथ जिंदगी भर संस्कार के रूप में उनके साथ रहता है।”
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापर मंडल के अध्यक्ष संजय जैन ने कहा कि , ” जिन्दगी हमारी सबसे बड़ी शिक्षक है ये रोज परीक्षा लेती है , हमलोग रोज एक दूसरे से कुछ सीखते है। पढ़ते है और आगे बढ़ते है। ”
हमे अपने शिक्षकों के प्रति आभारी होना चाहिए क्योंकि वे हमें ज्ञान का उपहार देते हैं और हमारे जीवन का मार्गदर्शन करते हैं। उनका संघर्ष और समर्पण हमें प्रेरित करता है और हमें बेहतर व्यक्ति बनने में मदद करता है। आइए हम इस शिक्षक दिवस पर उनका सम्मान करें और उनके साथ अपने आदर और प्यार की भावना को साझा करें, क्योंकि वे हमारे जीवन में अद्वितीय होते हैं और हमारे भविष्य को उज्जवल बनाते हैं।।