टेन न्यूज नेटवर्क,
नई दिल्ली, (06/09/2023): इंडिया और भारत को लेकर सियासी बहस छिड़ गई है। इस मुद्दे पर तमाम पार्टी के नेताओं की अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही है। ऐसे में अब यह सवाल उठ रहा है कि सरकार की तरफ से सदन का जो विशेष सत्र बुलाया गया है इसमें सरकार यह प्रस्ताव ला सकती है कि अब भारत से इंडिया शब्द हटा दिया जाएगा।
इसके साथ ही संसद के विशेष सत्र से पहले विपक्ष ने अपना एजेंडा साफ कर दिया गया है कि वह देश हित के मुद्दों पर सरकार से सार्थक चर्चा की उम्मीद कर रही है। दूसरी तरफ महागठबंधन के नेताओं के तरफ से बैठकों का दौर जारी है। ऐसे में अब विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। इन्हीं तमाम मुद्दों पर टेन न्यूज़ ने दिल्ली एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष योगानंद शास्त्री से खास बातचीत की है।
दिल्ली प्रदेश एनसीपी इकाई के अध्यक्ष योगानंद शास्त्री ने कहा कि इंडिया और भारत में कोई फर्क नहीं है। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार गठबंधन का नाम इंडिया रखने के बाद बौखलाई हुई है और आनन-फानन में यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही योगानंद शास्त्री ने केंद्र की मोदी सरकार को दिशाहीन करार दिया और कहा कि कुछ फैसले ऐसे होते हैं जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ता है।
योगानंद शास्त्री ने कहा कि केंद्र में जब से बीजेपी की सरकार आई है तब से आज तक आखिर ऐसा फैसला क्यों नहीं लिया गया। महागठबंधन का नाम इंडिया एलायंस रखने के बाद ही ऐसा फैसला लिया गया है। इसलिए इसके टाइमिंग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। योगानंद शास्त्री ने कहा कि हमें ना भारत से आपत्ति है मैं इंडिया से आपत्ति है। लेकिन समय की बात है कि आखिर ऐसे समय पर सरकार ऐसा फैसला ले रही है इसलिए सवाल खड़े हो रहे हैं।
वहीं एक देश एक चुनाव को लेकर योगानंद शास्त्री ने कहा कि सरकार के तरफ से ऐसा फैसला लिया जा रहा है विपक्ष कुछ कह रहा है मीडिया में कुछ चल रही है, लेकिन अभी पता नहीं है। विशेष सत्र में आखिर किन पहलुओं पर चर्चा होगी ये अभी साफ नहीं है। हम सार्थक चर्चा की उम्मीद करते हैं और हम चर्चा के लिए पूरे तरीके से तैयार हैं। योगानंद शास्त्री ने बताया कि एक देश एक चुनाव का फैसला इतना आसान नहीं होगा। इसमें बहुत अड़चन है सरकार को इन तमाम पहलुओं पर पहले विचार विमर्श करने की जरूरत है।
इसके साथी इंडिया एलाइंस और एनडीए के बीच 2024 चुनाव की तैयारी को लेकर योगानंद शास्त्री ने कहा कि देश की जनता केंद्र की मोदी सरकार से उठ गई है। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में केंद्र की मोदी सरकार को इंडिया एयरलाइंस सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी। सरकार की तरफ से तमाम ऐसे कदम इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद उठाए गए हैं। जिससे साफ जाहिर हो गया है कि सरकार बौखलाहट में है। हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले चुनाव में इस बार एनडीए पर महागठबंधन यानी कि इंडिया भारी पड़ने वाला है।।