टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली, (03 सितंबर 2023): केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ की कमेटी गठित की है। ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ के लिए बनी कमेटी पर चर्चा काफी तेज हो गई है। इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को एक्स पर ट्वीट कर बिना नाम लिए केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए कई सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि देश के लिए क्या जरूरी है? वन नेशन वन इलेक्शन या वन नेशन वन एजुकेशन और वन नेशन वन इलाज। साथ ही उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को वन नेशन वन इलेक्शन से क्या मिलेगा?
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा है, “देश के लिए क्या ज़रूरी है? वन नेशन वन इलेक्शन या वन नेशन वन एजुकेशन (अमीर हो या गरीब, सबको एक जैसी अच्छी शिक्षा), वन नेशन वन इलाज (अमीर हो या गरीब, सबको एक जैसा अच्छा इलाज), आम आदमी को वन नेशन वन इलेक्शन से क्या मिलेगा?”
तो वहीं आम आदमी पार्टी के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि “ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार काफी घबराई हुई है। जब से INDIA गठबंधन बना है तब से नए-नए तरीके सोच रहे हैं कि किसी तरीके से दोबारा भाजपा की सरकार बन जाए।”
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ के लिए एक कमेटी गठित की है, जिसमें कुल 8 सदस्य शामिल है। इस कमेटी के अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद होंगे। वहीं इसमें 7 और लोगों को इसका सदस्य बनाया गया है, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी, पूर्व राज्यसभा एलओपी गुलाम नबी आज़ाद, 15वें फाइनेंस कमीशन के पूर्व चेयरमैन एनके सिंह, लोकसभा के पूर्व महासचिव सुभाष कश्यप, सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और पूर्व विजिलेंस ऑफिसर संजय कोठारी शामिल हैं। हालांकि अधीर रंजन चौधरी ने कमेटी का सदस्य बनने से इनकार कर दिया है।