टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (02 सितंबर 2023): यूजीसी ने आधार कार्ड के संबंध में एक अहम सूचना जारी की है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया है कि वे छात्रों को जारी की जाने वाली डिग्री और प्रमाणपत्रों पर आधार कार्ड नंबर प्रिंट न करें। छात्रों के निजी डेटाबेस को सार्वजनिक करना स्वीकार्य नहीं है। यूजीसी ने कहा कि सभी यूनिवर्सिटीज को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) नियमों का पालन करना चाहिए। इस संबंध में यूजीसी ने आधिकारिक वेबसाइट पर एक नोटिस भी जारी किया है। अब ऐसे में सभी यूनिवर्सिटीज और कॉलेज सहित उच्च शिक्षण संस्थान पोर्टल पर जाकर नोटिफिकेशन की जांच कर सकते हैं।
यूजीसी ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग में छपी खबरों से यह जानकारी सामने आई है कि कुछ राज्य सरकारें विश्वविद्यालयों द्वारा जारी किए गए प्रमाणपत्रों और डिग्रियों पर विश्वविद्यालय के छात्रों के पूर्ण आधार नंबर की छपाई पर विचार कर रही है। यूजीसी ने कहा कि उच्च शिक्षा संस्थान भर्ती या प्रवेश के समय दस्तावेजों के सत्यापन में भी इसका उपयोग करने पर विचार कर रही है।
यूजीसी ने ऐसे संस्थानों का ध्यान आधार (सूचना साझा करना) विनियम, 2016 के विनियम 6 के उप-विनियम (3) की ओर दिलाया है। विनियम में प्रावधान है कि आधार कार्ड नंबर रखने वाली कोई भी संस्था इसे सार्वजनिक नहीं कर सकेगी। यूजीसी ने बताया कि आधार नंबर रखने वाली कोई भी इकाई किसी भी डेटाबेस या रिकॉर्ड को सार्वजनिक नहीं करेगी, जब तक कि नंबर को उचित माध्यम से संशोधित या ब्लैक आउट नहीं किया गया हो।
यूजीसी सचिव मनीष जोशी ने विश्वविद्यालयों को लिखे एक पत्र में कहा है, “नियमों के अनुसार, डिग्री और प्रमाणपत्रों पर आधार संख्या की छपाई की अनुमति नहीं है। उच्च शिक्षा संस्थानों को यूआईडीएआई के नियमों और विनियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए।”