टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (30 अगस्त 2023): राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) स्कूली छात्रों को हमारे देश के बहादुर सैनिकों के बलिदान और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के इतिहास, महत्व और अवधारणा को पाठ्यपुस्तक में शामिल करने जा रही है। इस पहल का उद्देश्य स्कूली बच्चों के बीच देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण और साहस और बलिदान के मूल्यों को विकसित करना है।
रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि इस वर्ष से कक्षा 7 के एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में ‘राष्ट्रीय युद्ध स्मारक – हमारे बहादुर सैनिकों के श्रद्धांजलि’ पर एक अध्याय शामिल किया गया है। रक्षा और शिक्षा मंत्रालयों द्वारा संयुक्त रूप से शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य स्कूली बच्चों के बीच “देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण और साहस और बलिदान के मूल्यों को विकसित करना” और राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भागीदारी को बढ़ाना है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “अध्याय स्वतंत्रता के बाद राष्ट्र की सेवा में सशस्त्र बलों के बहादुरों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान के अलावा, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (एनडब्ल्यूएम) के इतिहास, महत्व और अवधारणा पर प्रकाश डालता है।” इसमें कहा गया है, “अध्याय में, दो दोस्त एक-दूसरे को पत्र लिखकर बहादुरों द्वारा किए गए बलिदानों के कारण मिली स्वतंत्रता के लिए अपनी कृतज्ञता की भावनाओं को साझा करते हैं।”
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कक्षा सातवीं के एनसीईआरटी पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने वाले राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अध्याय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी आने वाले वर्ष में नई किताबें लाने का प्रयास कर रहा है। यह सब छात्रों को यह बताने के उद्देश्य से किया जा रहा है कि भारत ने कैसे कोविड प्रबंधन, जी20 शिखर सम्मेलन,चंद्रयान मिशन आदि को अंजाम दिया और अनुसंधान अभियान को आगे बढ़ाया।।