मन की बात में बोले पीएम- मिशन चंद्रयान नए भारत की उस भावना का प्रतीक है, जो हर परिस्थिति में जीतना जनता है

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (27 अगस्त 2023): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम का आज 104वां एपिसोड है। इस कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “चंद्रयान-3 की सफलता ने जश्न को कई गुना बढ़ा दिया है। चंद्रयान-3 को चंद्रमा की सतह पर उतरे तीन दिन से ज्यादा हो गए हैं। ये सफलता इतनी बड़ी है कि इस पर जितनी भी चर्चा की जाए कम लगती है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “23 अगस्त को भारत ने और भारत के चंद्रयान-3 ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज, चांद पर भी उगते हैं। मिशन चंद्रयान, नए भारत की उस भावना का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है और हर हाल में जीतना जानता भी है।”

पीएम मोदी ने कहा कि “भारत का मिशन चंद्रयान, नारीशक्ति का भी जीवंत उदाहरण है। इस पूरे मिशन में अनेकों महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर सीधे तौर पर जुड़ी रही हैं। इन्होंने अलग-अलग सिस्टम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्ट मैनेजर ऐसी कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं।”

पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर कहा कि “सितंबर का महीना भारत की संभावनाओं का गवाह बनने वाला है। भारत जी-20 लीडर्स समिट के लिए पूरी तरह तैयार है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 40 देश और कई वैश्विक संगठन के प्रमुख दिल्ली आएंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन के इतिहास में यह सबसे बड़ी भागीदारी होगी। G-20 की अध्यक्षता, जनता की अध्यक्षता है जिसमें जनता की भागीदारी सबसे आगे है।”

पीएम मोदी ने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि “कुछ ही दिनों पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए थे। इन खेलों में इस बार भारत की बेस्ट इवर परफॉर्मेंस रही है। हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 गोल्ड मेडल थे। आपको ये जानकर अच्छा लगेगा कि 1959 से लेकर अब तक जितने वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स हुए हैं, उनमें जीते सभी मेडल को जोड़ दें तो भी ये संख्या 18 तक ही पहुंचती है।”

पीएम मोदी ने 15 अगस्त का जिक्र करते हुए कहा कि “इस बार 15 अगस्त के दौरान देश ने ‘सबका प्रयास’ का सामर्थ्य देखा। सभी देशवासियों के प्रयास ने ‘हर घर तिरंगा अभियान’ को वास्तव में ‘हर मन तिरंगा अभियान’ बना दिया। तिरंगे के साथ सेल्फी पोस्ट करने में भी इस बार देशवासियों ने नया रिकॉर्ड बना दिया।”

उन्होंने कहा कि “संस्कृत दुनिया की सबसे प्राचीन भाषाओं में से एक है। इसे कई आधुनिक भाषाओं की जननी भी कहा जाता है। संस्कृत अपनी प्राचीनता के साथ-साथ अपनी वैज्ञानिकता और व्याकरण के लिए भी जानी जाती है। भारत का कितना ही प्राचीन ज्ञान हजारों वर्षों तक संस्कृत भाषा में ही संरक्षित किया गया है। मुझे खुशी है कि आज लोगों में संस्कृत को लेकर जागरूकता और गर्व का भाव बढ़ा है। इसके पीछे बीते वर्षों में देश का विशेष योगदान भी है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेलुगू दिवस की बधाई देते हुए कहा कि “हमारी संस्कृति से जुड़ने की, हमारी परम्परा का बहुत बड़ा सशक्त माध्यम होती है हमारी मातृभाषा। ऐसे ही भारत की एक और मातृभाषा है, गौरवशाली तेलुगू भाषा। 29 अगस्त तेलुगू दिवस मनाया जायेगा। आप सभी को तेलुगू दिवस की बहुत-बहुत बधाई।”

पीएम मोदी ने कहा कि “आज ऐसे बहुत से लोग हैं, जो डेयरी को अपना कर इसे Diversify कर रहे हैं। राजस्थान के कोटा में डेयरी फार्म चला रहे अमनप्रीत सिंह के बारे में भी आपको ज़रूर जानना चाहिए। उन्होंने डेयरी के साथ बायोगैस पर भी फोकस किया और दो बायोगैस प्लांट लगाये। इससे बिजली पर होने वाला उनका खर्च करीब 70 प्रतिशत कम हुआ है। इनका यह प्रयास देशभर के डेयरी किसानों को प्रेरित करने वाला है। आज कई बड़ी डेयरी, बायोगैस पर फोकस कर रही हैं। इस प्रकार के समुदाय आधारित वैल्यू एडिशन बहुत उत्साहित करने वाले हैं। मुझे विश्वास है कि देशभर में इस तरह के ट्रेंड निरंतर जारी रहेंगे।”