टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (25 अगस्त 2023): बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर है। शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि अब बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएगी। यही नहीं कक्षा 11वीं और 12वीं में विद्यार्थियों को दो भाषाओं का अध्ययन करना होगा। लेटेस्ट अपडेट है कि केंद्र ने बुधवार को नई शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलावों की घोषणा करते हुए कहा कि 2024 सत्र के लिए पाठ्यपुस्तकें विकसित की जाएंगी। शिक्षा मंत्रालय द्वारा नए पाठ्यक्रम ढांचे की घोषणा की गई। शिक्षा मंत्रालय के नए पाठ्यक्रम ढांचे के तहत बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार होंगी। यही नहीं छात्र-छात्राओं को सर्वश्रेष्ठ अंक बरकरार रखने की इजाजत होगी। शिक्षा मंत्रालय के नए पाठ्यक्रम ढांचे के तहत बोर्ड परीक्षाएं महीनों की कोचिंग और रट्टा लगाने की क्षमता के मुकाबले छात्र-छात्राओं की समझ और दक्षता के स्तर का मूल्यांकन करेगी।
पसंद के विषय का चुनाव शिक्षा मंत्रालय के नए पाठ्यक्रम ढांचे के तहत कक्षा 11वीं और 12वीं में विषयों का चयन ‘स्ट्रीम’ तक सीमित नहीं रहेगा। बल्कि छात्र-छात्राओं को पसंद का विषय चुनने की आजादी मिलेगी। शिक्षा मंत्रालय के इस नए पाठ्यक्रम के अनुसार, स्कूल बोर्ड उचित समय में ‘मांग के अनुसार’ परीक्षा की पेशकश करने की क्षमता विकसित करेंगे।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 23 अगस्त को इसकी घोषणा की , उन्होंने बताया कि NEP 2020 के तहत बनाया जा रहा नया करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) तैयार है। इसके तहत 2024 के एकडैमिक साल के लिए किताबें भी तैयार की जा रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि इस नए पैटर्न में साल 2024 से बोर्ड एग्जाम साल में दो बार कराए जाएंगे।
मंत्रालय ने ये फैसला एग्जाम के प्रेशर को कम करने के लिए लिया है। इसके मुताबिक छात्रों के पास अब एग्जाम की तैयारी के लिए ज्यादा मौका होगा। नए पैटर्न में छात्र अपना एग्जाम उस वक्त दे सकते हैं जब उन्हें लगे कि वो उस सब्जेक्ट के लिए तैयार हैं। इतना ही नहीं अब छात्र दो बोर्ड एग्जाम में स्कोर किए गए अपने बेस्ट स्कोर को दिखा सकेंगे।
मंत्रालय की ओर से कहा गया कि देश के स्कूलों को उचित समय में ‘ऑन डिमांड’ परीक्षा कराने की क्षमता विकसित करनी होगी। इसके लिए टेस्ट बनाने वाले और इवैल्यूएटर्स को यूनिवर्सिटी के सर्टिफाइड कोर्स पूरे करने होंगे।।