स्वतंत्रता दिवस पर चाइनीज मांझे ने बेजुबान पक्षियों की छीनी आजादी, पतंगबाजी बना जान का काल

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (16/08/2023): राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आजादी के जश्न में लोग खूब जमकर पतंगबाजी करते हैं। भले ही सरकार दावे और वादे करती है कि बाजारों में चाइनीज मांझे की बिक्री पर रोक लग गई है लेकिन नियमों को ताक पर रखकर लोग धड़ल्ले से चाइनीज मांझे का इस्तेमाल पतंगबाजी में करते हैं। चाइनीज मांझी के इस्तेमाल कई तरीके की घटनाएं घट चुकी है। चाइनीज मांझे से दिल्ली में कई बेजुबान पक्षियों की जान चली गई।

दिल्ली में 26 जनवरी या 15 अगस्त को लोग पतंग उड़ाते हैं। पतंगबाजी में इस्तेमाल चाइनीज मांझे से पतंग उड़ाने वालों लोगों और पक्षियों, दोनों को जोखिम में डालता है। इसका नतीजा यह है की दिल्ली के चांदनी चौक स्थित जैन मंदिर में बने बर्ड हॉस्पिटल में घायल पक्षियों का अंबार लगा है। बर्ड हॉस्पिटल में चाइनीज धागों से घायल पक्षियों का इलाज किया जा रहा है।

चांदनी चौक स्थित जैन मंदिर के बर्ड हॉस्पिटल में आज टेन न्यूज़ ने घायल पक्षियों के इलाज करने वाले डॉक्टर हरावतार सिंह से बात किया। डॉक्टर हरावतार सिंह ने बताया की स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में पतंगबाजी में इस्तेमाल होने वाले चाइनीज धागों से कई पक्षियां घायल हुई है। घायलों में सबसे ज्यादा संख्या कबूतरों की है क्योंकि दिल्ली में कबूतरों की आबादी सबसे अधिक है।

डॉक्टर हरावतार सिंह ने बताया कि अभी तक पतंगबाजी में घायल लगभग 50 से 60 पक्षियों को अस्पताल में लाया गया है जिसका इलाज जारी है। कई पक्षी ऐसे लाए गए जो ज्यादा घायल थे बहुत अफसोस के साथ मुझे कहना पड़ रहा है कि मैं उन पक्षियों का जान बचाने में असमर्थ रहा। डॉक्टर हरावतार सिंह ने बताया कि चांदनी चौक के आसपास के इलाके जैसे दरियागंज, सदर बाजार, जामा मस्जिद समेत तमाम इलाकों से घायलों पक्षियों को लोग यहां पर पहुंचाएं हैं या पोर्टल के माध्यम से यहां पर भेजे हैं उनका इलाज जारी है।घायल पक्षियों के बारे में जानकारी साझा करते हुए डॉक्टर हरावतार सिंह बताया कि मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि अगर आपको कहीं भी घायल पक्षी मिले तो उसे तुरंत किसी डब्बे में बंद कर यहां तक पहुंचाने की कोशिश करें आपकी एक कोशिश से किसी बेजुबान की जान बच सकती है। अभी तक 50, 60 पक्षियों को यहां लाया गया है और मुझे लग रहा है कि इसकी संख्या अभी और बढ़ेगी।

डॉक्टर सिंह ने बताया कि इस बार चाइनीज मांझे से घायल होने वाले पक्षियों की संख्या में कमी आई है लेकिन रोक नहीं लगी है। मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि अपने शौक को पूरा करने के लिए इस तरीके का काम ना करें जिसका असर बेजुबानों पर पड़े।।