टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (15 अगस्त 2023): सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा उच्चतम न्यायालय परिसर में स्वतंत्रता दिवस के प्रांजल एवं पुनीत अवसर पर ध्वजारोहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ डी.वाय.चंद्रचूड़ एवं गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल उपस्थित रहे।
आजादी के अमृत काल में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में कई वरिष्ठ न्यायाधीश एवं अधिवक्ता भी शामिल हुए। सभी प्रमुख अतिथियों एवं वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए और भारत को एक विकसित और समृद्ध राष्ट्र बनाने पर जोर दिया। मंच संचालन सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सचिव रोहित पांडे ने किया। वहीं मंच पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ आदिश सी अग्रवाला भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत भाषण सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुकुमार पत्तजोशी ने किया जिसके पश्चात भारत के अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणि; SCBA के अध्यक्ष डॉ आदिश सी अग्रवाला; केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल; एवं भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डॉ डीवाई चंद्रचूड़ ने संबोधित किया। धन्यवाद ज्ञापन मीनिश कुमार दुबे ने किया।
इस अवसर पर मंच से अपने संबोधन में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि “आजादी का अमृत महोत्सव हम 75 साल कैसे चले , हमें मंजिल मिली या नहीं मिली इसके विश्लेषण का अवसर है। लेकिन हम 2047 तक कहां पहुंचेंगे ये आज प्रधानमंत्री जी ने लाल किले की प्राचीर से मंजिल तय कर दिए। हम विकसित भारत तक पहुंचे तो हमें रोड मैप बनाना है,सबको भारत को विकसित भारत बनाने में साथ चलना है। और इसी के अवसर पर आज का ये कार्यक्रम जो हुआ है आयोजकों को बधाई देता हूं।”
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आगे कहा कि “हम राष्ट्र किसको कहते हैं यह समझना बड़ा मुश्किल होता है। मैं अध्ययनशील व्यक्ति हूं तो कई बार पढ़ा,जाना तो बहुत से लोगों ने कहा कि पांच चीजें अगर मौजूद है तो वह राष्ट्र है। भौगोलिक भूभाग, संप्रभुता, झंडा, मुद्रा, और फिर हमारी भाषा। मेरे विषय में ‘रूल ऑफ लॉ’ का कांसेप्ट जो है वो मेगनाकार्टा के सेक्शन 35 में उल्लेख है कि आनेवाले समय में ‘रूल ऑफ लॉ’ होगा ‘रूल ऑफ मैन’ नहीं होगा।”
केंद्रीय कानून मंत्री ने मंच से जिक्र करते हुए कहा कि “यहां मेरे समक्ष कई सुझाव आए है, जैसे लाइब्रेरी का विषय, चैंबर का विषय, एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट का विषय आया है।आपका लोअर चैंबर का विषय मुझे ठीक लगता है, बैठने का जगह तो होना चाहिए। अब इस अमृत काल के पहले साल में हम संकल्पबद्ध होते हैं कि जितने अधिक होगा हम वकीलों के चैंबर बनाएंगे। एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट के लिए हम बात कर रहे हैं।”
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में कई वरिष्ठ न्यायधीश, अधिवक्ता एवं सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र के दिग्गजों ने शिरकत किया।।