स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले की प्राचीर से पीएम का संबोधन, पढ़ें मुख्य अंश

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (15 अगस्त 2023): देश आज 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 10वीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि वे अगली बार वे फिर से प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र और अब जनसंख्या के मामले में भी अग्रणी देश। इतना बड़ा देश, मेरे परिवार के 140 करोड़ सदस्य आज स्वतंत्रता दिवस मना रहे है। मैं भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने वाले सभी बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”

उन्होंने कहा कि “इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा कर दिया है। मैं इसका सामना करने वाले सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”

पीएम मोदी ने मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि “कुछ दिनों से मणिपुर से लगातार शांति की खबर आ रही है,देश मणिपुर के लोगों के साथ है। समाधान केवल शांति से ही पाया जा सकता है। केंद्र और राज्य सरकार समाधान के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “आज हमारे पास जन सांख्यिकी, लोकतंत्र और विविधता है। ये तीनों मिलकर देश के सपनों को साकार करने की क्षमता रखते हैं।”

पीएम ने कहा कि”मैं पिछले 1000 वर्षों की बात इसलिए कर रहा हूं क्योंकि मैं देख रहा हूं कि देश के सामने एक बार फिर अवसर है। अभी हम जिस युग में जी रहे हैं इस युग में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे और एक के बाद एक जो निर्णय लेंगे, वह स्वर्णिम इतिहास को जन्म देगा।”

77वें स्वतंत्रता दिवस पर देश के युवाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि “देश में अवसरों की कोई कमी नहीं है। देश में अनंत अवसर प्रदान करने की क्षमता है।”

पीएम मोदी ने कहा कि “कोविड-19 महामारी के बाद एक नई विश्व व्यवस्था, एक नया भू-राजनीतिक समीकरण बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। भू-राजनीति की परिभाषा बदल रही है। आज नई विश्व व्यवस्था को आकार देने में 140 करोड़ लोगों की क्षमता देखी जा सकती है। सुधार, निष्पादन और परिवर्तन से देश बदल रहा है।”

G20 शिखर सम्मेलन पर पीएम मोदी ने कहा कि “आज भारत को G20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी का अवसर प्राप्त हुआ है। बीते वर्ष में जिस प्रकार भारत के कोने-कोने में G20 के अनेक आयोजन हुए, उससे दुनिया को भारत के सामान्य जन के सामर्थ्य, भारत की विविधता का परिचय हुआ है।”

उन्होंने कहा कि “2014 में जब हम सत्ता में आए तो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में हम 10वें स्थान पर थे। आज 140 करोड़ भारतीयों के प्रयास से हम वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में पांचवें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह ऐसे ही नहीं हुआ जब भ्रष्टाचार के राक्षस ने देश को अपनी गिरफ्त में ले लिया था तब हमने इसे रोका और एक मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई। सरकार अगले महीने पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए 13,000 से 15,000 करोड़ रुपए के आवंटन के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करेगी।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महंगाई के मुद्दे पर कहा कि “हमने देश में महंगाई पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं और इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा।”

उन्होंने कहा कि “25 साल से देश में चर्चा चल रही थी कि नया संसद भवन बनेगा। यह मोदी है जिसने समय के पहले संसद बनाकर रख दिया। यह एक ऐसी सरकार है जो काम करती है, जो निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करती है। ये नया भारत है। यह एक ऐसा भारत है जो आत्मविश्वास से भरा है। ये भारत ना रुकता है, ना थकता है, ना हंफ्ता है और ना ही हारता है।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गारंटी देते हुए कहा कि “यह मोदी की गारंटी है कि भारत अगले 5 वर्षों में दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में अपनी जगह बनाएगा।”

पीएम मोदी ने कहा कि “एक चीज जो देश को आगे ले जाएगी वह है महिला नेतृत्व वाला विकास। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि नागरिक उड्डयन में सबसे ज्यादा पायलट भारत में हैं। चंद्रयान मिशन का नेतृत्व महिला वैज्ञानिक कर रही हैं। जी20 देश भी महिला नेतृत्व वाले विकास के महत्व को पहचान रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि “वाइब्रेंट बॉर्डर गांव को देश का आखिरी गांव कहा जाता था। हमने वह मानसिकता बदल दी। वह देश का आखिरी गांव नहीं हैं। आप सीमा पर जो देख सकते हैं वह मेरे देश का पहला गांव है। मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम के विशेष अतिथि इन सीमावर्ती गांवों के 600 प्रधान हैं। वे यहां लाल किले पर इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं। अगले 25 साल में हमें एकता के मंत्र के साथ आगे बढ़ना है।”

उन्होंने कहा कि “मेरा दृढ़ विश्वास है कि 2047 में जब देश आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तो देश एक विकसित भारत होगा। मैं यह बात अपने देश की क्षमता और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कहता हूं। लेकिन समय की मांग तीन बुराइयों से लड़ने की है – भ्रष्टाचार, वंशवाद और तुष्टिकरण।”

उन्होंने आगे कहा कि “आज परिवारवाद और तुष्टीकरण ने हमारे देश को बर्बाद कर दिया है। किसी राजनीतिक दल का प्रभारी केवल एक ही परिवार कैसे हो सकता है? उनके लिए उनका जीवन मंत्र है- परिवार की पार्टी, परिवार द्वारा और परिवार के लिए।”

उन्होंने कहा कि “2019 में प्रदर्शन के आधार पर आपने मुझे एक बार फिर आशीर्वाद दिया। अगले पांच साल अभूतपूर्व विकास के हैं। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा।”

पीएम मोदी ने कहा कि “चलता-चलाता काल चक्र, अमृत काल का भाल चक्र, सबके सपने अपने सपने, पनपे सपने सारे, धीर चले वीर चले, चले युवा हमारे, नीति सही रीति नई, गति सही राह नई, चुनो चुनौती सीना तान, जग में बढ़ाओ देश का नाम।”