स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बीजेपी ने निकाली मौन यात्रा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (14/08/2023): दिल्ली भाजपा ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया। पिछले साल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपील पर देश ने 14 अगस्त को उन लोगों की याद में एक स्मृति दिवस के रूप में मनाना शुरू कर दिया है जिन्होंने अपनी जान गंवाई और विभाजन की पीड़ा का सामना किया।

सेमिनार में विभाजन की पीड़ा झेलने वाले पंजाबियों के संगठनों के सैकड़ों वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विभाजन की भयावहता को याद करती एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस संबोधन के बाद दिल्ली भाजपा अध्यक्ष के नेतृत्व में हजारों भाजपा कार्यकर्ताओं ने 1947 में विभाजन प्रक्रिया के दौरान मारे गए लोगों की याद में जंतर मंतर से कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क तक एक मौन मार्च निकाला। दिल्ली के सभी भाजपा सांसद, दिल्ली विधानसभा और एमसीडी में एलओपी के साथ अन्य वरिष्ठ नेता और पार्टी पदाधिकारी मार्च में शामिल हुए।

जेपी नड्डा ने कहा की गांधी ने क्विट इंडिया का नारा दिया था आज मोदी जी ने तुष्टिकरण क्विट इंडिया का नारा दिया। केरल में एक लाख हिंदू परिवारों को मारा गया हिंदू के मंदिरों को निशाना बनाया गया। कोलकाता में जो आज हो रहा वो मानवता शर्मशार करने वाली है। कोलकाता में पंचायत चुनाव में हिंसा हुई और घमंडिया गठबंधन के सारे लोग इसपर चुप है। जेपी नड्डा ने कहा कि समझौता ने देश को विभाजित करने का काम किया है। नड्डा ने कहा की राहुल गांधी जेएनयू गए क्या नारे लगे भारत तेरे टुकड़े होंगे, अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल हम जिंदा है, कांग्रेस एक सेकुलर पार्टी। कांग्रेस देश की चिंता नहीं कर सकती। देश में दो विधान दो संविधान नहीं चल सकता इसलिए मोदी जी ने धारा 370 को समाप्त किया गया।नड्डा ने कहा कि भारष्टाचार क्विट इंडिया, परिवारवाद क्विट इंडिया, तुष्टिकरण क्विट इंडिया।

नड्डा ने कहा कि ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ हमलोग माना रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी के आह्वान पर मनाए जाने वाला यह दिवस हमारी भावी पीढ़ी को आज़ादी के समय की विकट परिस्थितियों से अवगत कराएगा और सशक्त व विकसित राष्ट्र निर्माण के लिए हमें प्रेरित करेगा। यह दिवस अतीत के उस काले अध्याय का स्मरण कराता है जिसने हमारे महान राष्ट्र के टुकड़े कर असंख्य निर्दोष लोगों को हिंसा, बर्बरता व विस्थापन की आग में झोंक दिया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि तुष्टिकरण की जिस ओछी राजनीति के कारण लाखों लोगों का रक्त बहा, वह आज भी देश में निरंतर चल रहा है। भाजपा दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि मैं खुद एक ऐसे परिवार से आता हूं जो विभाजन के समय पाकिस्तान के मुजफ्फरगढ़ से आकर दिल्ली में बस गया और हमने विभाजन की पीड़ा झेली। हमारे परिवार के बुजुर्ग हमें बताते हैं कि जब वे दिल्ली आने की कोशिश कर रहे थे तो उन्हें किस तरह हिंसा और नफरत का सामना करना पड़ा। उन परिस्थितियों को जानते हुए, समझते हुए, आज इस विभाजन स्मृति दिवस सेमिनार की अध्यक्षता करना मेरे लिए गर्व की बात है। सचदेवा ने कहा कि मैं 1947 में पाकिस्तान से विस्थापित होकर दिल्ली आए लाखों पंजाबी लोगों के कई सामाजिक संगठनों से जुड़ा हूं और पिछले साल जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को विभाजन स्मृति दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया, तो मैंने लोगों की आंखों में आंसू देखे। कई बुजुर्गों की नजरें नम आंखों से उन्होंने प्रधानमंत्री को आशीर्वाद दिया।।