टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (11 अगस्त 2023): कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को गुरुवार को लोकसभा से निलंबित कर दिया गया है। अधीर रंजन चौधरी को लोकसभा से तब तक के लिए निलंबित कर दिया गया है, जब तक कि विशेषाधिकार समिति उनके खिलाफ अपनी रिपोर्ट पेश नहीं कर देती। वहीं कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर सियासी घमासान मचा हुआ है। इसे लेकर सत्ता और विपक्ष पक्ष बयानबाजी कर रहे हैं।
लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी के निलंबन पर भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि “संसद में उच्च पद पर बैठे नेताओं पर अशोभनीय टिप्पणी करना और चेतावनी के बाद भी बिना माफी मांगे माने लगातार ऐसा करना ठीक नहीं है। सरकारें आएंगी और जाएंगी, लेकिन भारत का संविधान रहेगा। देश में गरिमा और दूसरे नागरिक के प्रति प्रेम और सम्मान ही लोकतांत्रिक देश की पहचान है।”
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि “मैंने उन्हें(अधीर रंजन चौधरी) उसी समय कहा कि माफी मांगें और खेद व्यक्त करें। लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया।यह फैसला करना स्पीकर पर निर्भर करता है।”
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि “संविधान की धारा 105(1) के तहत, हर सांसद को संसद में बोलने की स्वतंत्रता है। यदि बहुमत की शक्ति का दुरुपयोग करके किसी भी सांसद को इस प्रकार निलंबित किया जाए, तो यह लोकतंत्र के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए उपयुक्त मामला है।”
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि “मैं मोदी जी को मणिपुर के बारे में बोलने के लिए मजबूर करने के लिए कांग्रेस को बधाई देना चाहता हूं। मैंने मोदी जी को कई बार बोलते हुए सुना है, लेकिन कल उनके वाक्य और उच्चारण कहीं और जा रहे थे और उनके चेहरे से लग रहा था कि वे हार रहे हैं। अधीर रंजन चौधरी का निलंबन संसद में तानाशाही और संख्या का दुरुपयोग है।”
NC सांसद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि “मुझे अफसोस है कि उन्होंने आखिरी दिन (संसद सत्र के) एक अच्छे सदस्य को निलंबित किया।”
CPI सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा कि “संसद में किसी को भी किसी भी वक्त निलंबित किया जा सकता है, वही आज की संसद है। यह संसद में सत्तारूढ़ पीठों की इच्छाओं को एकतरफा थोपने का स्थान बन गया है।”
रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि “प्रधानमंत्री के लिए आप अपशब्द कहेंगे, गलत बातें कहेंगे। ऐसे व्यक्ति से तुलना करेंगे जो आपकी देन है। इसके लिए विपक्ष ही ज़िम्मेदार है, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।”