आईडीबीआई बैंक के कर्मचारियों का जोरदार प्रदर्शन, मोदी सरकार के खिलाफ सड़क पर क्यों उतरे बैंककर्मी

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (09/08/2023): दिल्ली के जंतर-मंतर पर यूनाइटेड फोरम आईडीबीआई बैंक कर्मचारियों की तरफ से आज मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रचंड प्रदर्शन किया गया। आईडीबीआई कर्मचारियों के प्रदर्शन में मुख्य रूप से मांग की गई कि किसी भी तरीके से आईडीबीआई के कर्मचारी निजीकरण को बर्दाश्त नहीं करेंगे।

आईडीबीआई के अधिकारियों और कर्मचारियों के यूनाइटेड फोरम के घटक यानी, अखिल भारतीय आईडीबीआई अधिकारी संघ एआईडीबीआईडीए और अखिल भारतीय औद्योगिक विकास बैंक कर्मचारी संघ (एएनडीबीईए) खराब योजना को देखते हुए फरवरी, 2021 से अधिक चुनौतियों का सामना करने के लिए बाध्य हैं।

भारत सरकार और एलआईसी द्वारा निजी विदेशी खिलाड़ियों को आईडीबीआई बैंक की प्रस्तावित बिक्री के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखा है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक प्रमुख संस्थान जो पिछले 59 वर्षों से उद्योगों, वित्तीय क्षेत्र के साथ-साथ आम आदमी आम जनता की जरूरतों को पूरा कर रहा है, उसे निजी विदेशी खिलाड़ियों को बेचने के लिए रखा गया है।

आईडीबीआई बैंक को निजी विदेशी खिलाड़ियों को बेचने का केंद्र सरकार का वर्तमान कदम पूरी तरह से तत्कालीन माननीय वित्त मंत्री द्वारा 8 और 15 दिसंबर, 2003 को संसद में दिए गए उस गंभीर आश्वासन के खिलाफ है, जिसमें भारत सरकार को ऐसा करना होगा। हर समय, आईडीबीआई बैंक में कम से कम 51% शेयरधारिता बनाए रखें।।