मोलरबंद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़कर होगी 1 एमजीडी, DJB उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने दिए निर्देश

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली, (06 अगस्त 2023): दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने शनिवार को मोलरबंद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने प्लांट के संचालन का निरीक्षण किया और अधिकारियों से इस प्लांट में सीवर के पानी को शोधित करने के लिए इस्तेमाल की जा रही तकनीक की जानकारी ली। इस दौरान उनके साथ कई अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मोलरबंद प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 1 एमजीडी की जाए। साथ ही प्लांट के शोधित पानी की गुणवत्ता का स्तर 10/10 किया जाए और आस पास के क्षेत्रों के सीवर नेटवर्क को इस प्लांट से जोड़ा जाए।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस प्लांट के शोधित पानी का गैर पीने-योग्य कार्यों में इस्तेमाल करने के लिए मोलरबंद प्लांट में फिलिंग स्टेशन का निर्माण किया जाए। साथ ही उन्होंने स्लज से ब्रिक्स बनाने वाले मशीन को चालू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड द्वार आसपास के किसानों को खेती में इस्तेमाल करने के लिए स्लज ब्रिक्स का मुफ्त वितरण कराया जाएगा।

सोमनाथ भारती ने आज मोलरबंद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा किया। इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 0.6 एमजीडी है। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को इस प्लांट की क्षमता बढ़ाकर 1 एमजीडी करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि मोलरबंद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के शोधित पानी की गुणवत्ता को 10 / 10 करने के प्रयास किए जा रहे है। यह प्लांट 30/50 स्टैंडर्ड के मुताबिक डिजाइन किया गया है लेकिन बेहतर संचालन और प्रबंधन के चलते इसके शोधित पानी की गुणवत्ता का स्तर 11/22 का है। इस प्लांट की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की यहां काफी संभावनाएं है।

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने निरीक्षण करने के बाद कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली के सीवर के पानी को ट्रीट करने के लिए दिल्ली में 35 एसटीपी काम कर रहे हैं। इन प्लांट्स में प्रतिदिन 547 एमजीडी सीवेज को ट्रीट किया जा रहा है। दिल्ली जल बोर्ड यमुना को साफ करने के लिए सभी एसटीपी के शोधित पानी मानक 10/10 तक पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।

उन्होंने कहा कि दिल्ली को झीलों का शहर बनाने के लिए गैर-पीने योग्य पानी से आर्टिफिशियल झीलों का निर्माण कर ग्राउंड वाटर को रिचार्ज किया जाएं। इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता 0.6 एमजीडी है, जिसकी क्षमता बढ़ाकर एक एमजीडी करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों से कहा गया है कि गौतमपुरी क्षेत्र के अन्य इलाकों में सीवर लाइन बिछाकर मोलड़बंद सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता में बढोतरी की जाए।