टेन न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली (03 अगस्त 2023): राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे निपटने के लिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कल यानी बुधवार को दिल्ली के सभी अस्पतालों, दिल्ली नगर निगम के सभी अस्पतालों, कैंट एरिया के सभी अस्पतालों और केंद्र सरकार के अस्पतालों के अधिकारियों और मेडिकल सुप्रीडेंटेड के साथ दिल्ली सचिवालय में अहम बैठक की।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पतालों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिस प्रकार कोविड के दौरान सभी अस्पतालों में मरीज़ों के लिए बेड आरक्षित किया गया था, उसी प्रकार डेंगू जैसी बीमारी से निपटने के लिए भी सभी अस्पताल मौजूदा बेड्स की संख्या का 5% डेंगू के मरीजों के लिए आरक्षित रखें। ताकि भविष्य में किसी तरह की कोई आपदा जैसी स्थिति आती है तो उससे आसानी से निपटा जा सकें।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, डेंगू एक ऐसी बीमारी है जिसमें मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या बहुत तेजी से गिरती है। इसकी वजह से मरीज की जान जा सकती है। ऐसी गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पताल के अधिकारियों को यह निर्देश दिया हैं कि अस्पताल में आने वाले बुखार के मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट 6 से 8 घंटे के भीतर मंगवाई जाए, ताकि अगर उस मरीज को डेंगू बुखार है तो तुरंत इलाज किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पताल के अधिकारियों को यह निर्देश भी दिया कि जिस प्रकार से कोविड महामारी के दौरान दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर सभी अस्पताल अपने प्रतिदिन की रिपोर्ट दर्ज कराते थे, उसी प्रकार से डेंगू बीमारी की गंभीरता को देखते हुए भी सभी अस्पताल दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर उनके अस्पतालों में आने वाले डेंगू के मरीजों की प्रतिदिन की रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। इससे सरकार को मरीजों के लिए इंतजाम करने में मदद मिलेगी।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, डेंगू और मच्छर के काटने से फैलने वाली एक ऐसी बीमारी है कि अगर कोई मच्छर डेंगू के मरीज को काटकर किसी सामान्य व्यक्ति को काट ले तो उसको भी डेंगू होने का खतरा बन जाता है। इसके खतरे को गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सभी अस्पतालों के अधिकारियों को अपने-अपने अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए एक अलग वार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि “डेंगू के लिए अलग वार्ड बनाकर वहां पर डॉक्टरों की और दूसरे नर्सिंग स्टाफ की तैनाती की जाए, ताकि डेंगू के मरीजों को सही समय पर पर्याप्त इलाज मिलते रहे। साथ ही अन्य मरीजों की भी देखरेख सही तरीके से होती रहे। अलग वार्ड के साथ-साथ सभी डेंगू के मरीजों के बेड के चारों तरफ मच्छरदानी लगाने के निर्देश दिए गए हैं।