केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि सरकार स्कूलों में सुरक्षा और संरक्षा के लिए कड़े नियम लागू करेगी। प्रतिनिधिमंडल ने प्रकाश जावड़ेकर को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें मांग की गई कि प्रद्युम्न हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराई जाए। सरकार स्कूलों के लिए सुरक्षा गाइडलाइन बनाए और उसे प्रद्युम्न गाइडलाइन का नाम दे। स्कूलों के लिए रेगुलेटर बनाने, हर स्कूल में पैरेंट्स टीचर एसोसियेशन बनाने और उसका विवरण स्कूल की वेबसाइट पर देने, हर स्कूल का सुरक्षा ऑडिट कराने, प्राइमरी-मिडिल-सीनियर सेकेंडरी स्कूल के लिए अलग टॉयलेट बनाने और प्राइमरी कक्षा के टॉयलेट के बाहर आया की तैनाती करने, स्कूलों में हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने, बाहरी लोगों का प्रवेश रोकने तथा स्टाफ के लिए अलग टॉयलेट की व्यवस्था करने की मांग की है।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि उनका मंत्रालय इस मसले पर बड़े कदमों पर कार्य कर रहा है। सोमवार से परिणाम दिखने लगेंगे। सीबीएसई ने सभी स्कूलों को सुरक्षा के कदमों की जानकारी भेजी है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के साथ मिलकर भी कार्य किया जा रहा है। इसके तहत स्कूलों में अधिक महिला कर्मचारी रखने और सुरक्षा के लिए स्कूलों की जवाबदेही, खासकर प्रबंधन को दायरे में लाने के सुझाव पर कार्य किया जाएगा।